- शवों की लगी लाइन, लोगों को घंटों इंतजार के बाद आ रही बारी
वरुणा में भी पलट प्रवाह, घरों में घुसा पानी
यूपी के हर जिलों में हो रही वर्षा से गंगा में उफान के साथ ही अब वरुणा में पलट प्रवाह आरंभ हो गया है। गंगा का पानी वरुण नदी में जाने से सारनाथ के पुलकोहना क्षेत्र में कई घरों में पानी घुस गया है तो शहर के सभी घाट डूब चुके हैं। चिरईगांव के ढाब क्षेत्र में गंगा का पानी खेतों में बोई गई किसानों की सब्जियों की फसल को डुबोने लगा है तो लोग नावों से अब सुरक्षित ठौर की तलाश में निकल पड़े हैं। गंगा का जल स्तर बढ़ने से वरुणा में जल का पलट प्रवाह हुआ और वरुणा भी उफान पर आ गई। क्षेत्र के सलारपुर पुलकोहना रेलवे लाइन के किनारे चमेला बस्ती में अचानक पानी घुसना शुरू हो गया। सुबह होते-होते कमरों में लगभग आठ फीट तक पानी भर गया। ये लोग अपना सामान लेकर किराए के मकान में शरण लिए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में बिजली काट दी गई है। बाढ़ की आशंका से तटीय गावों के किसानों, पशुपालकों में दहशत व्याप्त है। लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुट गए हैं। ढाब मोकलपुर अंबा, ढाब सोता पार करने के लिए लोग निजी नावों का सहारा ले रहे हैं।
मंडलायुक्त ने बाढ़ चौकियों को दिया अलर्ट का निर्देश
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में जिले में बाढ़ नियंत्रण हेतु बैठक आयोजित हुई जिसमें मंडलायुक्त द्वारा विभिन्न दिशा निर्देश दिये गयें। उन्होंने कहा है कि बाढ़ प्रभावित संभावित क्षेत्रों जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में जाल्हूपुर क्षेत्र, शहरी में नगवां, अस्सी घाट, सामनेघाट, मारुति नगर तथा वरुणा नदी में उलट प्रवाह के दौरान कोनिया, सरैया क्षेत्रों में चिन्हित सभी रैनबसेरों को पूरी तरह सही करते हुए उनको आज ही क्रियाशील किया जाये तथा इन क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को शिफ्ट कर लें ताकि किसी के बाढ़ में फंसने की नौबत न आये। रैनबसेरे पूरी तरह से क्रियाशील हों जिसमें पीने के पानी की उचित व्यवस्था, शौचालयों की उचित साफ-सफाई, बेड, चादर, खाद्य सामाग्री की गुणवत्ता के साथ उचित आपूर्ति सुनिश्चित करायें। नगर निगम को शहर में सभी जगह तथा वरुणा नदी के किनारे पर लगातार सफाई अभियान चलाने को निर्देशित किया गया। कोनिया से सारनाथ वाया कज्जाकपुरा सड़क पर नगर निगम को अपने कंस्ट्रक्शन विभाग के साथ पूरी तैयारी से लगातार सफाई अभियान चलाने को कहा ताकि हाइजीन पूरी तरह रहे। रेलवे पटरियों के भी साफ-सफाई की उचित व्यवस्था करने को निर्देशित किया गया। सेतु निगम तथा लोकनिर्माण विभाग को बाढ़ प्रभावित संभावित क्षेत्रों की सड़कों के साथ जिले की सभी सड़कों तथा सेतुओं के नीचे भी सड़कों की उचित मरम्मत करने को निर्देशित किया गया। पुलिस विभाग को रैनबसेरे के पास उचित सुरक्षा व्यवस्था तथा स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के साथ संबंधित क्षेत्रों में स्थित सभी स्वास्थ्य केंद्रों को क्रियाशील करने को निर्देशित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में डीपीआरओ, बीडीओ, एडीओ पंचायत, लेखपाल सभी की जिम्मेदारी तय करने तथा पशुओं हेतु भूसा, चारा, पानी की उचित पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चत करने को निर्देशित किया गया। बिजली विभाग को संबंधित क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था देखने हेतु निर्देशित किया गया ताकि बिजली की उचित आपूर्ति के साथ बाढ़ से कोई दिक्कत न हो इसको भी सुनिश्चित किया जाये। मंडलायुक्त द्वारा सभी मंडलीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया की उक्त सभी निर्देशों को मंडल के वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली जिले में संबंधित विभागों के माध्यम से सुनिश्चित करायें। सिंचाई विभाग को सभी विभागों को व्हाट्सए ग्रुप आदि माध्यम से लगातार अपडेट देने को निर्देशित किया गया। सभी संबंधित विभागों को अपनी तैयारियों के संबंध में उचित विज्ञप्ति जारी करने हेतु निर्देशित किया गया। अंत में मंडलायुक्त द्वारा सभी संबंधित विभागों को पुलिस, जल पुलिस, एनडीआरएफ आदि के साथ उचित समन्वय बनाकर कार्य करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट एस चिनप्पा, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, एडीएम एफआर वंदिता श्रीवास्तव समेत नगर निगम, लोकनिर्माण, सिंचाई विभाग, पुलिस विभाग समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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