ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में विज्ञान विभाग के डीन व संस्थान के निदेशक प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। अपने संबोधन में प्रो. मिश्रा ने छात्राओं और शिक्षकों का हार्दिक स्वागत करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में अन्वेषण और जिज्ञासा के महत्व पर जोर दिया साथ ही भारत सरकार के द्वारा स्कूली छात्राओं के लिए आयोजित कार्यक्रम ैज्म्ड ;ैबमपदबमए ज्मबीदवसवहलए म्दहपदममतपदह - डंजीमउंजपबेद्ध की विस्तृत जानकारी एवं इसकी उपयोगिता को बताया। अपने स्वागत भाषण के दौरान, प्रो. मिश्रा ने युवा मन को प्रेरित करने में इस तरह की शैक्षणिक यात्राओं के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्राओं को उनके सामने प्रस्तुत वैज्ञानिक संसाधनों और प्रौद्योगिकियों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने और गहरी समझ को बढ़ावा देने वाले प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके आशीर्वाद और प्रोत्साहन के शब्दों का उद्देश्य छात्राओं को जुनून और प्रतिबद्धता के साथ अपने शैक्षणिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करना था।
इस यात्रा में विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विज्ञान विभागों और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम महिला प्रौद्योगिकी संस्थान का व्यापक दौरा शामिल था, जहाँ छात्राओं को अत्याधुनिक शोध सुविधाओं को देखने, संकाय सदस्यों के साथ बातचीत करने और विभिन्न वैज्ञानिक विषयों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर मिला। यह अनुभव छात्राओं को उनके अध्ययन पर एक व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान करने और उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भविष्य के करियर पर विचार करने के लिए प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। दोनों संस्थान छात्राओं की मेजबानी करके प्रसन्न थे और उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस तरह की यात्राएँ सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटना जारी रखेंगी, जिससे छात्राओं को अपने शैक्षणिक और व्यावसायिक लक्ष्यों में उत्कृष्टता की आकांक्षा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यात्रा एक प्रश्नोत्तर सत्र के साथ समाप्त हुई, जहाँ छात्रों ने अपने भविष्य की शैक्षणिक यात्रा के लिए सलाह और मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए प्रोफेसरों और शोधकर्ताओं के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की। इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी मौजूद रहें।
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