मधुबनी : किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए : डीएम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 25 अगस्त 2024

मधुबनी : किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए : डीएम

  • फुलपरास, बाबूबरही, झंझारपुर, राजनगर के बीईओ से कस्तुरबा विद्यालयो में लक्ष्य के विरुद कम नामांकन को लेकर डीएम अप्रसन्न

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मधुबनी (रजनीश के झा), जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने शनिवार की देर शाम में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग  की समीक्षा बैठक  में उपस्थित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। जिलधिकारी ने कस्तुरबा कन्या विद्यालयो की समीक्षा के क्रम में फुलपरास, बाबूबरहि, झंझारपुर, राजनगर के बीईओ से कस्तुरबा विद्यालयो में लक्ष्य के विरुद कम नामांकन को लेकर अप्रसन्नता व्यक्त किया।  उन्होंने एक सप्ताह के अंदर कस्तुरबा विद्यालयो में लक्ष्य के विरुद्ध नामांकन सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया।उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को  निर्देश दिया कि  विद्यालयो में शतप्रतिशत छात्रों एवं शिक्षकों की उपस्थिति के साथ साथ विद्यालयो में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष रूप से फोकस करें।  हमारे बच्चे हमरा कल हैं। इसलिए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हम सभी का दायित्व है। जिलधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी बीईओ निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत विद्यालयो का निरीक्षण कर प्रत्येक सप्ताह निरीक्षण रिपोर्ट ई शिक्षा कोष एप पर अपलोड करे।उन्होंने निर्देश दिया कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शौचालय की स्थिति, पोशाक/ छात्रवृति, मध्यान भोजन की गुणवत्ता, पठन पाठन में गुणवत्ता सहित सभी मामलों का अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित शिक्षक से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनका उक्त दिवस का वेतन रोका जाए। 


जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किए जाने से के क्रम में न केवल कमियों की तलाश की जाए, बल्कि उन समस्याओं के निदान के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएं। ताकि, निरीक्षण को प्रभावी बनाते हुए सकारात्मक परिणाम हासिल किया जा सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए।  विद्यालय शिक्षा समिति का गठन न होना या रसोई गैस की अनुपलब्धता जैसे कारण स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने जिले में ऐसे सभी विद्यालयों जिसके भवन जर्जर हैं और उनमें पठन पाठन से बच्चों के हित का नुकसान हो रहा है,ऐसे विद्यालयो की अविलम्ब सूची उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे ताकि शीघ्र अग्रेतर करवाई किया जा सके। जिला पदाधिकारी द्वारा स्टूडेंट एनरोलमेंट मॉड्यूल,असैनिक कार्यो की प्रगति ,विद्यालयों में विद्युतीकरण, माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में निर्माण, जल जीवन हरियाली, सीडब्ल्यूजेसी/ एमजेसी के मामले, टेक्स्ट बुक, प्रवेश उत्सव जैसे अन्य  विषयों की समीक्षा भी की गई। उक्त बैठक में डीपीआरओ परिमल कुमार,जिला शिक्षा पदाधिकारी जावेद आलम, सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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