- केंद्रीय कृषि मंत्री,राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम दिए डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन
किसानों को दिया जाए 10 गुना मुआवजा
अतिआवश्यक होने पर भूमि का बाजार भाव से 10 गुना मुआवजा प्रदान करने,जहां भी किसानों के रकबे की सीमायें जंगल के रकबे से लगी हुई है वहां वन कृषि व राजस्व विभागों के सामुहिक सर्वे प्राथमिकत्ता से करवाकर सीमाये स्थापित की जाने, किसानों की जमीन हथियाने वालों पर कड़ी कार्रवाही करने,किसान मजदूर महासंघ तहसील बीना जिला सागर द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन की समी मांगेे तत्काल पूरी की जाए। भारत सरकार डब्लूटीओ से शीघ्र बाहर आये तथा मुफ्त व्यापार समझीता रद्ध किया जाऐ, देश में उत्पादित अतिरिक्त कृषि उत्पादों का निर्मात किया जाये विदेशी दबाव में आकर कृषि उत्पाद आयात नही किया जाए। किसान आन्दोलन में मारे गये किसानों को शहीद का दर्जा व सम्मान दिया जाये,मंशीर गोली कांड एवं बरेली गोली कांड, लखीमपुरखीरी हत्या कांड में किसानों के हत्यारों को फांसी दी जाये, कृषि उत्पादो दूध, फसल, सब्जी, फूल फल के आदि के दाम को लागत अनुसार लाभकारी समर्थन मुल्य निर्धारित किया जाए।
किसानों को बीमा राशि तत्काल दी जाए
किसानों की फसल सोयाबीन, उड़द आदि पर पीला मोजक की बीमारी एवं कीड प्रकोप द्वारा फसल नष्ट हो रही है शीघ्र सर्वे कराकर बीमित किसानों को बीमा राशि तत्काल प्रदान की जायें। पटवारियों द्वारा किसानों के नक्शा, बटान, खसरा नम्बर जान मुझकर बिगाडे आ रहे है जिससे किसान आये दिन परेशान हो रहे है ऐसे पटवारियों पर शक्ति से कार्यवाही की जाये। सीमांकन करते समय चांदे मिनारे की आवश्यकता पडती है जो नवाबी शासन के थे जो सब छतीग्रस्त हो चुके है उन्हें चिन्हित कर पुन: चांद मिनारे बनाये जाये ताकी सीमांकन सही हो सकें। पिता की मृत्यु के बाद बहनों के नाम उनकी इछा के विपरीत जोड़ दिये जाते है इसके परिणाम स्वरूप किसानों को पैसे देकर नाम कटवाना पड़ते है अत: बहनो की अनुमति लेने के उपरांत ही पिता की सम्पत्ति में उनके नाम चढ़ाये जाए।
बहनों के नाम पिता की सम्पत्ति से हटाए जाए
जिन बहनो के नाम पिता की सम्पत्ति में पूर्व से है उनको शपथ पत्र देने के उपरांत बहनों के नाम पिता की सम्पत्ति से हटाये जायें एवं बहनों की मृत्यु के बाद उनके वारिसों के नाम शीघ्र हटाया जायें। मुख्यमंत्री ट्रान्सफार्मर अनुदान योजना शीघ्र प्रारंभ की जाए। किसानों की फसल को नुकसान पहुचाने वाले जंगली जानवर हिरण, सुअर बंदर, नील गाय, जेबरा, तथा आवारा पशु को अभ्यारण बनाकर जंगल में छुडाया जाये एवं बन्द पड़ी गौशालाओं में आवारा पशु धन को छोड़ा जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सप्लाई की स्थिति को ठीक किया जाए। शीघ्र छूटे हुये क्षेत्रों में तार कंबल एवं ट्रान्सफार्मर रखे जाए। ग्रामीण क्षेत्रो में घटिया केबल एवं ट्रान्सफार्मर ठेकेदार द्वारा लगाने के कारण कई ट्रान्सफार्मर जले हुये पड़े है केबल टूट रही है बदले जाए। किसान की फसल समर्थन मुल्य से कम दाम पर नही बिके ऐसा आदेश दिया जाए।
प्रदर्शन में यह रह शामिल
प्रदर्शन के दौरान प्रहलादसिंह, विक्रम सिंह पटेल,कचरु परमार, नारायनसिंह ठाकुर,कन्हैयालाल इटावदिया, कैलाश नारायण वर्मा,कमलेश,ताराचंद्र देवकरण परमार,बाबूलाल पटेल,मांगीलाल पटेल, देवकरण मेवाड़ा,दिनेश सिंह,सचिन सिंह,पवन परमार,दीपक ठाकुर, धरमसिंह भैसानिया, राधेश्याम वर्मा, श्रीराम परमार,जीवन सिंह आदि पदाधिकारी किसान शामिल रहे।
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