सीहोर : आज सीवन नदी के तट से कुबेरेश्वरधाम तक 11 किलोमीटर तक रहेगी ऐतिहासिक कावड यात्रा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

सीहोर : आज सीवन नदी के तट से कुबेरेश्वरधाम तक 11 किलोमीटर तक रहेगी ऐतिहासिक कावड यात्रा

  • सुबह नौ बजे से आरंभ होगी भव्य कावड यात्रा, 200 से अधिक स्थानों पर स्वागत किया जाएगा
  • पैदल ही अमरावती महाराष्ट्र से 500 से अधिक कांवड यात्रा कर आज पहुंचेंगे सीहोर
  • सीवन नदी से लेकर कुबेरेश्वरधाम तक भक्ति का सैलाब, हर तरफ नजर आ रहे कांवड लिए श्रद्धालु

Kubereshwar-dham-sehore
सीहोर। इन दिन कुबेरेश्वधाम पर प्रतिदिन हजारों की सख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। वहीं भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनके उपासक कई तरह के उपाय करते हैं, जिनमें से एक कांवड़ यात्रा भी शामिल है। शनिवार को शहर के सीवन तट से करीब 11 किलोमीटर तक निकाली जाने वाली यह कांवड यात्रा क्षेत्र वासियों ने लिए संजीवनी से कम नहीं है, यात्रा में शामिल होने के लिए कांवड यात्री शहर में आकर आस्था और उत्साह के साथ कुबेरेश्वरधाम पर पहुंच रहे है। इस दौरान शहर सहित आस-पास के शहरवासी, ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों के अलावा जनप्रतिनिधियों के द्वारा 200 से अधिक स्थानों पर स्वागत और पेयजल सहित अन्य की व्यवस्था की जाएगी।  वहीं करीब 450 किलोमीटर दूर अमरावती से करीब पांच से अधिक कांवड यात्री पैदल चलते हुए सीहोर आ रहे है। कावड यात्रा सुबह नौ बजे शहर के सीवन नदी तट से आरंभ होगी जो जगदीश मंदिर, कोतवाली चौराहा, मेन रोड, इंदौर नाके, सोया चौपाल होते हुए धाम पर पहुंचेगी।  इस संबंध में सभी शिवभक्तों को भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा ने संदेश देते हुए कहा कि कावड यात्रा को लेकर विठलेश सेवा समिति सहित क्षेत्रवासियों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारियां की है। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के सभी समाज के लोगों ने बैठकों के द्वारा यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के पोहा, नश्ता, पेयजल, भोजन आदि की निशुल्क व्यवस्था की है। वहीं शहर के अनेक शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में भी हजारों श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था प्रशासन ने की है।


एक दिन पहले ही शिव भक्ति का सैलाब

शिव भक्तों में कावड़ यात्रा को लेकर इतना उत्साह है कि एक दिन पूर्व ही कुबेरेश्वरधाम पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं डेरा डाल लिया है, धाम पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान शिव की पूजना अर्चना की गई। कुबेरेश्वधाम पर आने वालों के कारण रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर भीड़-भाड नजर आ रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि यात्रा को लेकर गुरुदेव के निर्देशानुसार क्षेत्रवासी और सभी समाजजन अपने-अपने स्तर से लगे हुए। कावड़ यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। यात्रा के आयोजन को लेकर पंडित समीर शुक्ला विनय मिश्रा सहित समिति के लोग कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जोरशोर से तैयारियां की हैं। इसके अलावा कावंड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, कावंडिय़ों और दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये, यह सुनिश्चित करने के प्रशासन ने भी पूरा सहयोग किया है।


जगह-जगह सेवा शिविर लगाए जाऐंगे

मान्यता है कि तमाम कष्ट उठाकर भगवान भोले शंकर की कांवड़ चढ़ाने जाने वाले शिवभक्तों की सेवा करना भी परम पुण्य का काम है। इससे प्रेरित होकर कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह सेवा शिविर लगाए जाऐंगे। जिससे कांवड़ में शामिल होने वालों का अतिथि सत्कार होगा। कावड यात्रा में मुख्य अतिथि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं यात्रियों के साथ शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि शिव पुराण  के अनुसार, श्रावण के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं। इसलिए इस मास में पूजा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

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