- सुबह नौ बजे से आरंभ होगी भव्य कावड यात्रा, 200 से अधिक स्थानों पर स्वागत किया जाएगा
- पैदल ही अमरावती महाराष्ट्र से 500 से अधिक कांवड यात्रा कर आज पहुंचेंगे सीहोर
- सीवन नदी से लेकर कुबेरेश्वरधाम तक भक्ति का सैलाब, हर तरफ नजर आ रहे कांवड लिए श्रद्धालु
एक दिन पहले ही शिव भक्ति का सैलाब
शिव भक्तों में कावड़ यात्रा को लेकर इतना उत्साह है कि एक दिन पूर्व ही कुबेरेश्वरधाम पर एक लाख से अधिक श्रद्धालु देश के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं डेरा डाल लिया है, धाम पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान शिव की पूजना अर्चना की गई। कुबेरेश्वधाम पर आने वालों के कारण रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड सहित अन्य स्थानों पर भीड़-भाड नजर आ रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि यात्रा को लेकर गुरुदेव के निर्देशानुसार क्षेत्रवासी और सभी समाजजन अपने-अपने स्तर से लगे हुए। कावड़ यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। यात्रा के आयोजन को लेकर पंडित समीर शुक्ला विनय मिश्रा सहित समिति के लोग कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जोरशोर से तैयारियां की हैं। इसके अलावा कावंड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं, कावंडिय़ों और दर्शनार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाये, यह सुनिश्चित करने के प्रशासन ने भी पूरा सहयोग किया है।
जगह-जगह सेवा शिविर लगाए जाऐंगे
मान्यता है कि तमाम कष्ट उठाकर भगवान भोले शंकर की कांवड़ चढ़ाने जाने वाले शिवभक्तों की सेवा करना भी परम पुण्य का काम है। इससे प्रेरित होकर कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह सेवा शिविर लगाए जाऐंगे। जिससे कांवड़ में शामिल होने वालों का अतिथि सत्कार होगा। कावड यात्रा में मुख्य अतिथि भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा स्वयं यात्रियों के साथ शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि शिव पुराण के अनुसार, श्रावण के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती पृथ्वी पर निवास करते हैं। इसलिए इस मास में पूजा करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
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