पटना : राखी बांधी है, इसलिए अब किसी दल का नहीं आपका हाथ पकड़ रहे हैं : प्रशांत किशोर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 29 अगस्त 2024

पटना : राखी बांधी है, इसलिए अब किसी दल का नहीं आपका हाथ पकड़ रहे हैं : प्रशांत किशोर

  • प्रशांत किशोर ने किया बिहार की महिलाओं से वादा

Jan-suraj-prashant-kishore
पटना (रजनीश कुमार झा)। जन सुराज के शिल्पकार प्रशांत किशोर ने हजारों महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दस वर्ष में हमने जिनको सलाह दी, जिनका हाथ पकड़ा, उनमें से कई राज्यों के मुख्यमंत्री बने और देश के प्रधानमंत्री भी। हमने अब तक दूसरों को राजा बनाया है लेकिन अब हमने संकल्प ले लिया है कि हम बिहार की जनता को राजा बनाएंगे। आपने राखी बाँध कर मुझे अपना भाई बना दिया है, हमेशा के लिए इसलिए अब आपके भाई का आपसे वादा है कि आपको गरीबी से बाहर लाकर, आपके बच्चे, पति का पलायन रोककर और आपको अपना खुद का व्यवसाय करने के लिए सस्ते ब्याज दर पर आपको ऋण देकर आपको सशक्त बनाएंगे। आपका भाई यह सब करने से पहले एक बड़ा काम करने जा रहा है जो कि आप में से 40 महिलाओं को अगले वर्ष विधानसभा चुनावों में जिताकर, आपको विधानसभा भेजेंगे। आपके पास संसाधन नहीं है कोई बात नहीं, आपके पास धन नहीं है कोई बात नहीं, आपके घर से कोई राजनीति में नहीं है तो भी आप को डरने की जरुरत नहीं, क्योंकि आप लोगो के आशीर्वाद से आपका भाई इतना सशक्त और मज़बूत है कि आपको जीताकर ही मानेंगे। प्रशांत ने यह भी कहा कि जन सुराज का यह मानना है कि महिलाओं को अपना हक उनकी संख्या के अनुसार नहीं बल्कि उनको उनके योगदान के अनुसार मिलना चहिए। इसलिए अगले साल 40 को भेजेंगे और उसके बाद 2030 में आपकी संख्या विधानसभा में दोगुना करने का संकल्प भी जन सुराज लेता है।

कोई टिप्पणी नहीं: