मधुबनी : जिला से हजारों की संख्या में राज भवन मार्च में भाग लेने की तैयारी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 31 अगस्त 2024

मधुबनी : जिला से हजारों की संख्या में राज भवन मार्च में भाग लेने की तैयारी

Madhubani-rjd
मधुबनी (रजनीश के झा)। राजद किसान प्रकोष्ठ की ओर से 2 सितंबर को पटना में आयोजित राजभवन मार्च कार्यक्रम को लेकर तैयारी शुरु कर दी गई है। इसको लेकर शनिवार को जिला राजद कार्यालय में किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अजितनाथ यादव, जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, राजद नेता सुरेंद्र कुमार चौधरी ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है। की मधुबनी जिला से हजारों की संख्या में राज भवन मार्च में भाग लेने का तैयारी किया जा रहा है। 


जिलाध्यक्ष अजीतनाथ यादव ने किसानों के 14 सूत्री मांगों को लेकर राजभवन मार्च की तैयारी को लेकर किसान प्रकोष्ठ के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को भारी संख्या में पटना चलने का आह्वाहन किया। साथ ही कहा की बिहार के लगभग 76 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण बिहार में खेती किसानी से जुड़े लोग बदहाल है' और दिन प्रतिदिन आर्थिक रूप से कमजोर होते जा रहे है। बिहार में सुनियोजित साजिश के तहत कृषि मंडी कानून को खत्म किया गया, जिसकी वजह से किसानों को उनके उत्पादों का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है और ना ही पदार्थों का सही मूल्य का निर्धारण हो पा रहा है। राज्य एवं केन्द्र की एनडीए सरकार की इन दोहरी नीतियों के कारण बिहार का किसान बदहाल है। कृषि क्षेत्र में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के द्वारा लगातार देश के भितर अतिक्रमण किया जा रहा है। खास तौर से बीज और रासायन उद्योग में हानिकारक तकनीकि को केन्द्र सरकार के सहयोग से बेचने का कार्य हो रहा है। जिसका प्रतिरोध होना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: