गाजियाबाद : मेवाड़ में ‘सत्रहवें प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह’ का रंगारंग समापन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 24 अगस्त 2024

गाजियाबाद : मेवाड़ में ‘सत्रहवें प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह’ का रंगारंग समापन

  • 1170 बच्चों ने दिखाये जलवे, मनमोहक नृत्यों से मचाई धूम

Mewar-institute-ghaziabad
गाजियाबाद। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में ’प्रतिभा-2024’ नाम से क्रांतिकारी बाल गंगाधर तिलक व चंद्रशेखर आजाद को समर्पित सत्रहवें प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह में दिल्ली-एनसीआर के 34 स्कूलों के कुल 1170 विद्यार्थियों ने धूम मचा दी। अंतिम दिन प्रतिभाशाली बच्चों ने अपनी नृत्य शैली से दर्शकों का मन मोह लिया। अंतिम दिन सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, एकल नृत्य प्रतियोगिता एवं समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने बताया कि प्रतिभा-2024 समारोह में इस बार दिल्ली-एनसीआर के 34 स्कूलों के 1170 बच्चों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। विगत सत्रह सालों में कुल 32,361 विद्यार्थियों को मेवाड़ अपनी प्रतिभा उजागर करने के लिए एक समर्थ मंच प्रदान कर चुका है। प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह में कुल 10 प्रतियोगिताएं हुईं। उनका यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में छिपी हुई प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान कर उनको देश और समाज की मुख्यधारा के साथ जोड़ना है। इनमें देशभक्ति व समाज के प्रति संवेदनशीलता का भाव पैदा करना होगा। तभी देश विकसित व खुशहाल होगा। इससे पूर्व डॉ. गदिया व डॉ. अलका अग्रवाल ने दीप जलाकर समारोह की विधिवत शुरुआत की। अतिथियों को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को नकद राशि, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। निर्णायक मंडल में सुविख्यात संगीतज्ञ हरिदत्त शर्मा, हरिओम शर्मा, डॉ. भावना और चिराग तोमर रहे। आलोक कुमार अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान आयोजित नृत्य के रंगारंग कार्यक्रमों ने समारोह में चार चांद लगाए। समारोह का कुशल संचालन अमित पाराशर ने किया।

कोई टिप्पणी नहीं: