- हज कमेटी की तरफ से इस बार 1100 की जगह 2100 रियाल दिएं जायेंगे
- एक करोड़ की अनुदान राशि को बढ़ाकर पांच करोड़ करने की मांग
- हज पर जाने वाले जायरीनों को आवेदन करने की अंतिम तिथि 9 सितम्बर
श्री सिद्दीकी ने यह भी बताया कि हज यात्रा 2025 में महिला और पुरुष हाजी अलग-अलग रहेंगे। जिला के अनुसार हज उड़ानें तथा जिले के अनुसार बिल्डिंग की व्यवस्था का निर्णय लिया गया है। पासपोर्ट की अवधि जनवरी फरवरी 2026 होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हज यात्रियों की सुविधा के लिए हज सुविधा एप बनाया गया है। इस एप पर हज यात्रियों को उनके ठहरने, उड़ान, बैगेज, इमरजेंसी हेल्पलाइन, भाषा को समझने में आसानी जैसी सुविधाएं होंगी। सरवर सिद्दीकी ने बताया कि नई पॉलिसी के तहत जो बिना मेहरम के हज वाली महिलाओं के लिए आयु सीमा 45 से 60 वर्ष के बीच होगी। वहीं, अब एक कवर नंबर पर अधिकतम पांच लोग आवेदन कर सकते हैं। एक कवर नंबर पर दो नवजात शिशु भी शामिल किए जा सकेंगे। सरवर सिद्दीकी ने बताया कि अब हज जाने की उड़ानें लखनऊ के अलावा श्रीनगर, गया, गुवाहाटी, इंदौर, भोपाल, औरंगाबाद, जयपुर, नागपुर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि, चेन्नई, अहमदाबाद, कन्नुर, विजयवाड़ा और कालीकट सहित 20 हवाई अड्डों से मिलेंगी। इसके अलावा मक्का में इस बार राज्यवार व्यवस्था होंगी। यात्रा से पहले सभी यात्रियों को प्रशिक्षण दी जायेगी। उन्होंने बताया कि हज कमेटी की तरफ से इस बार 1100 की जगह 2100 रियाल दिएं जायेंगे। इसी के तहत एक करोड़ की अनुदान राशि को बढ़ाकर पांच करोड़ करने के लिए मुख्यमंत्री से निवेदन किया गया है, जिसे जल्द ही मान लेने की उम्मींंद है। आवेदन के साथ पासपोर्ट की दो प्रतियां, बैंक पासबुक या कैंसिल चेक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ब्लड ग्रूप की रिपोर्ट लगानी होगी।
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