कविता : रंग बिरंगी दुनिया है ये - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 16 सितंबर 2024

कविता : रंग बिरंगी दुनिया है ये

रंग बिरंगी दुनिया है ये,

अलग अलग रंगों से सजा ये संसार,

उसी तरह है ये बेटियां,

रंग बिरंगी फूलों की तरह,

किसी को पसंद है सजना संवरना,

किसी को रहना है साधारण,

रंग रूप हैं अलग अलग सब के,

अलग हैं विचार सब के,

किसी को नाचना गाना पसंद है,

कोई रहती शांत है,

पहनावे सब के अलग हैं,

पहचान सब की है अलग,

सब का अपना पहनावा है,

सबके हैं अपने अपने विचार,

मगर हैं सभी बेटियां,

सब को है इन पर गर्व आज।।





Suniti-charkha-feature

सुनीति

कक्षा -9

गरुड़, बागेश्वर

उत्तराखंड

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