- वैदिक वांग्मय पर आधारित ज्ञान से युक्त ऐतिहासिक मुख्य भवन में वैदिक-3डी म्यूजियम बनेगा
- राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, चौकाघाट को पुनः विश्वविद्यालय के संकाय के रूप में परिवर्तित करने का प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने विश्व विद्यालय के विकास कार्य सहित अन्य गतिविधियों गहनता से जानकारी ली। विश्वविद्यालय के पठन-पाठन सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में कुलपति सहित अन्य अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत कराया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों सहित लाइब्रेरी एवं छात्रावासों को भी देखा। लाइब्रेरी में पुरातन काल की संग्रहित पौराणिक पांडुलिपियों मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने छात्रावासों का भी निरीक्षण करते हुए क्रमशः शोध छात्रावास एवं गंगानाथ झां छात्रावास जाकर देखा, भौतिक रूप से गंगानाथ झां छात्रावास का सूक्ष्मता से निरीक्षण किए वहां पर साइकिल स्टैंड एवं गाड़ी स्टैंड बनाये जाने का निर्देश देते हुये स्वच्छता, जर्जर तारों को बदलने सहित अन्य जरूरी कार्यो को कराए जाने हेतु भी निर्देशित किया। कुलपति द्वारा मुख्यमंत्री को परिसर के सभी विभागों के साईन बोर्ड को संस्कृत भाषा में करने सहित सीवर, ड्रेनेज एवं जर्जर सड़कों को व्यवस्थित कराये जाने के बाबत भी जानकारी दी गई। विश्वविद्यालय के वैदिक विद्यार्थियों के वैदिक मंत्रोच्चार, स्वस्तिवाचन के साथ कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा, कुलसचिव राकेश कुमार ने परिसर के मुख्य भवन के समक्ष पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र के साथ स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने डॉ संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के निरीक्षण करने करने के पश्चात काशी पूराधिपति श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विकास प्राधिकरण के मानद सदस्य अंबरीश सिंह भोला, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, अपर पुलिस कमिश्नर एस चिनप्पा सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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