पटना : बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई, अपराधियों का मनोबल चरम पर - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 14 सितंबर 2024

पटना : बिहार में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई, अपराधियों का मनोबल चरम पर

  • गया में महादलित राजकुमार मांझी की पीट-पीट कर हत्या - माले ने जताई कड़ी प्रतिक्रिया
  • माले नेताओं ने घटनास्थल का किया दौरा, अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग

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पटना 14 सितंबर (रजनीश के झा)। माले राज्य सचिव कुणाल ने गया जिले के बाराचट्टी के डेमा टोला पथरा में आज सुबह लगभग साढ़े 6 बजे महादलित राजकुमार मांझी की पीट-पीट कर की गई घटना की कड़ी भत्र्सना की है. कहा कि भाजपा-जदयू शासन में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. अपराधियों का मनोबल सर चढ़कर बोल रहा है. उसी समाज से श्री जीतनराम मांझी भारत सरकार में मंत्री हैं लेकिन मांझी समुदाय पर हमले की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कुछ दिन पहले टिकारी में मांझी जाति के ही एक व्यक्ति का सामंतों ने तलवार से हाथ काट डाला था. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार राजकुमार मांझी डेमा टोला पथरा में आज सुबह महादलित समुदाय के कुछ लोग सामुदायिक वर्क शेड में बैठकर आपस में बात कर रहे थे. उसी समय गांव के ही एक जाति विशेष के कुछ लोग वहां पहुंच गए और महादलित महिलाओं को अपमानित करने लगे. इसका विरोध करने पर बकझक होने लगी और बहस तेज हो गई. दबंगों ने 50 वर्षीय राजकुमार मांझी पर लाठी से हमला कर दिया और पीट-पीट कर उनकी निर्मम हत्या कर दी.


सूचना मिलने पर पहुंचे स्थानीय चैकीदार ने मृतक परिजनों को हत्यारों से कुछ रुपया दिलवाने और लाश को गांव में ही दफन करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन जनता ने नहीं माना और मोहनपुर थाना को इसकी सूचना दी गई. पुलिस काफी देर से पहुंची और बिना बयान लिए लाश को उठाकर ले जाने लगी जिसका जनता ने विरोध किया और तत्काल अपराधियों को गिरफ्तार करने तथा मुआवजा की मांग की. हत्या की खबर सुनकर घटना स्थल पर भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य सह मोहनपुर सचिव का. पुलेन्द्र कुमार, जिला कमिटी सदस्य रवि कुमार, मोहनपुर-बाराचट्टी प्रखंडस्तरीय नेता रामविलास दास, रामबली यादव, भुवनाथ मांझी, वजीर मांझी, धर्मशीला देवी और टुन्ना मांझी पहुंच गए तथा दोषियों दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी, मृतक आश्रितों को 20 लाख रुपया मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग करने लगे. काफी दबाव के बाद पारिवारिक लाभ योजना के तहत तत्काल 20 हजार रुपया और कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 3000 रुपया प्रदान किया गया. माले जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि गया समेत पूरे बिहार में हत्या, लूट, बलात्कार समेत अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और अपराधी बेलगाम हंै. माले नेताओं ने दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है.

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