- गया में महादलित राजकुमार मांझी की पीट-पीट कर हत्या - माले ने जताई कड़ी प्रतिक्रिया
- माले नेताओं ने घटनास्थल का किया दौरा, अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग
सूचना मिलने पर पहुंचे स्थानीय चैकीदार ने मृतक परिजनों को हत्यारों से कुछ रुपया दिलवाने और लाश को गांव में ही दफन करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन जनता ने नहीं माना और मोहनपुर थाना को इसकी सूचना दी गई. पुलिस काफी देर से पहुंची और बिना बयान लिए लाश को उठाकर ले जाने लगी जिसका जनता ने विरोध किया और तत्काल अपराधियों को गिरफ्तार करने तथा मुआवजा की मांग की. हत्या की खबर सुनकर घटना स्थल पर भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य सह मोहनपुर सचिव का. पुलेन्द्र कुमार, जिला कमिटी सदस्य रवि कुमार, मोहनपुर-बाराचट्टी प्रखंडस्तरीय नेता रामविलास दास, रामबली यादव, भुवनाथ मांझी, वजीर मांझी, धर्मशीला देवी और टुन्ना मांझी पहुंच गए तथा दोषियों दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी, मृतक आश्रितों को 20 लाख रुपया मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग करने लगे. काफी दबाव के बाद पारिवारिक लाभ योजना के तहत तत्काल 20 हजार रुपया और कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 3000 रुपया प्रदान किया गया. माले जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि गया समेत पूरे बिहार में हत्या, लूट, बलात्कार समेत अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और अपराधी बेलगाम हंै. माले नेताओं ने दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की है.
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