हैप्पीनेस इंडेक्स रिपोर्ट को लॉन्च करते हुए गोदरेज एंड बॉयस में सिक्योरिटी सॉल्यूशंस बिजनेस के ईवीपी और बिजनेस हेड श्री पुष्कर गोखले ने कहा, ‘‘हमारा कैम्पेन ‘खुशियों के रखवाले’ दरअसल जज्बाती स्तर पर लोगों को सुरक्षित महसूस कराता है। यह भावना आपके कीमती सामान और प्रियजनों की पुख्ता सुरक्षा के बारे में जानने से आती है। आईपीएसओएस द्वारा कमीशन किया गया हमारा ‘हैप्पीनेस इंडेक्स सर्वे’ दर्शाता है कि सच्ची खुशी केवल शारीरिक सुरक्षा के बारे में नहीं है; यह मानसिक स्वतंत्रता के बारे में भी है। जब सुरक्षा और भलाई के बारे में चिंताएँ लगातार हमारे ऊपर हावी रहती हैं, तो यह हमारे जीवन जीने की क्षमता में बाधा डालती हैं। हमारा मानना है कि जब व्यक्ति अपने परिवार और सामान के बारे में सुरक्षित महसूस करते हैं, तो वे डर या चिंता से मुक्त होकर प्रत्येक दिन को अपनी पूरी क्षमता से जीने के लिए अधिक आत्मविश्वास और मुक्त महसूस करते हैं। एक ब्रांड के रूप में, हमारा मानना है कि लोगों को शारीरिक और भावनात्मक रूप से सुरक्षित महसूस कराकर, हम उन्हें जीवन को पूरी तरह से अपनाने के लिए सशक्त बना सकते हैं, जो हमारे नवीनतम ब्रांड अभियान में भी नजर आता है।’’ ‘हैप्पीनेस इंडेक्स सर्वे’ सुरक्षा और खुशी के बीच मजबूत संबंध को भी रेखांकित करता है। उत्तरदाताओं के एक महत्वपूर्ण बहुमत (67 फीसदी) ने संकेत दिया कि घर की सुरक्षा बढ़ाने से उनके समग्र कल्याण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा, 57 फीसदी ने अपने घर की सुरक्षा में सुधार करने के लिए कदम उठाने के बाद खुशी या संतुष्टि की भावना में उल्लेखनीय सुधार की बात भी कही। जैसे-जैसे सुरक्षा परिदृश्य विकसित होता है, गोदरेज एंड बॉयस सिक्योरिटी सॉल्यूशंस ऐसे इनोवेटिव तरीके सामने लाता है, जो न केवल सुरक्षा करते हैं बल्कि खुश रहने की भावना को बढ़ाने में भी योगदान देते हैं। होम लॉकर सेगमेंट में 80 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी और वित्त वर्ष 25 के अंत तक 300 करोड़ रुपये के राजस्व अनुमानों के साथ, हम इनोवेशन के मामले में सबसे आगे हैं। कंपनी की विविध उत्पाद पेशकशों में वाईफाई होम कैमरा, वीडियो डोर फोन (वीडीपी) भी शामिल हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि घर सुरक्षित रहें और परिवारों को मन की शांति मिले, जिसके वे हकदार हैं।
इस कार्यक्रम में टिप्पणी करते हुए मनोवैज्ञानिक डॉ. अलीशा लालजी ने कहा, "सुरक्षा दरअसल एक ऐसी समग्र अवधारणा है, जिसमें न केवल शारीरिक सुरक्षा शामिल है, बल्कि भावनात्मक, सामाजिक और वित्तीय कल्याण भी शामिल है। सच्ची सुरक्षा तभी प्राप्त की जा सकती है, जब इन सभी पहलुओं की सुरक्षा की जाए। खुशी और सुरक्षा आपस में गहराई से जुड़ी हुई हैं, और सुरक्षित महसूस करने से कुल मिलकर उत्पादकता में भी बढ़ोतरी होती है। विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि एक सुरक्षित और खुश मन अलग तरीके से काम करता है, जिससे व्यक्ति अधिक आत्मविश्वासी और शांत रहता है, और इस तरह जीवन की गुणवत्ता और समग्र कल्याण में सुधार होता है।" गोदरेज का नया लॉन्च, 'डिफेंडर ऑरम प्रो क्लास ई सेफ', जिसे ज्वेलरी सेगमेंट की जरूरतों और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है, अत्याधुनिक उत्पादों और समाधानों की पेशकश करने की इसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। श्री पुष्कर गोखले ने आगे कहा, ‘‘हमारा सफ़र इनोवेशन पर हमारे निरंतर ध्यान और हमारे ग्राहकों की बदलती सुरक्षा ज़रूरतों का अनुमान लगाने की हमारी क्षमता के जरिये ही आगे बढ़ रहा है। ‘डिफेंडर ऑरम प्रो क्लास ई सेफ’ की शुरुआत इस दिशा में एक कदम है। हमने भारत में ज्वैलर्स और उपभोक्ताओं की बढ़ती ज़रूरतों को समझने के लिए विनियामकों के साथ मिलकर काम किया है और ऐसे प्रॉडक्ट पेश किए हैं जो आधुनिक समय के खतरों से बचाव करने में सक्षम हैं और जो वैश्विक मानकों को भी पूरा करते हैं।’’
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