आज पोर्ट-ब्लेयर में स्थित प्रसिद्ध अयनार मंदिर देखने का सुअवसर मिला। समुद्र- तट के पास निर्मित यह मंदिर द्रविड़ शैली का उत्कृष्ट नमूना है। पुजारीजी बता रहे थे कि अयनार विष्णु के ही अवतारी स्वरूप हैं। मान्यता यह भी है कि अयनार द्रविड़ देवता हैं और अयप्पा से उनका संबंध है। यहाँ पर इस बात का उल्लेख करना ज़रूरी है कि अयनार मंदिर पोर्ट ब्लेयर के फ्लैग पॉइंट के पास अवस्थित है। फ्लैग-पॉइंट पोर्ट-ब्लेयर के समुद्रतट पर स्थित वह स्थल है जहाँ पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने बहुत पहले 1943 में ही भारत का राष्ट्रध्वज फहराया था।
(डॉ० शिबन कृष्ण रैणा)
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