पटना : जमीन सर्वेक्षण में कई प्रकार की आशंकाएं, सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 4 सितंबर 2024

पटना : जमीन सर्वेक्षण में कई प्रकार की आशंकाएं, सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाए

  • आवासीय भूमि और पक्का मकान को लेकर गरीबों की हो रही भारी गोलबंदी
  • 72 हजार रु. से नीचे के आय प्रमाण पत्र के डेढ़ लाख से अधिक फॉर्म भरे गए
  • 23-24 सितंबर को एक बार फिर से होगा प्रखंड मुख्यालयों पर प्रदर्शन

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पटना (रजनीश के झा)। सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के उपरांत सरकार द्वारा घोषित 2 लाख रु. की सहायता राशि के लिए 72 हजार रु. से नीचे के आय प्रमाण पत्र, भूमिहीनों के लिए 5 डिसमिल आवासीय जमीन और पक्का मकान के सवाल पर भाकपा-माले द्वारा चलाए जा रहे हक दो-वादा निभाओ अभियान को जनता का जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है. गांवों से शहर तक गरीबों की भारी गोलबंदी विगत 22-24 अगस्त को प्रखंड मुख्यालयों पर हुआ. 72 हजार रु. से नीचे के तकरीबन डेढ़ लाख फॉर्म, 5 डिसमिल जमीन के एक लाख और पक्का मकान के तरकीबन 75 हजार फॉर्म भराए गए हैं. यह अभियान अभी भी जारी है और आगामी 23-24 सितंबर को एक बार फिर से प्रखंड मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा. उक्त बातें माले राज्य सचिव कुणाल ने आज पटना में आयोजित जिला सचिवों/संयोजकों की बैठक में कही. बैठक में उनके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, धीरेन्द्र झा, मीना तिवारी, शशि यादव सहित सभी जिला सचिव, संयोजक, पार्टी के विधायक तथा जनसंगठनों के नेता उपस्थित थे. 


बैठक में बिहार में जारी भूमि सर्वेक्षण पर विभिन्न कोनों से उठ रहे सवालों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई. प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार प्रतीत होता है कि सरकार की बुनियादी मंशा जमीन को गरीबों से छीनकर उसे सरकारी घोषित कर देने की है. कई तरह की विसंगतियां उभरकर सामने आ रही हैं. भाकपा-माले भूमि सर्वेक्षण में गरीबों, आदिवासियों और अन्य वंचित वर्गों के भूमि अधिकारों पर समुचित रूप से ध्यान देने की मांग करती है जिसकी उपेक्षा सर्वे में की जा रही है. बरसो बरस से बसे गरीबों को कागज का बहाना बनाकर उनके अधिकार को अवैध घोषित कर दिया जा रहा है. यह गरीबों, किसानों व वंचितों की हकमारी है. अतः माले की मांग है कि भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया को अधिक न्यायपूर्ण, पारदर्शी और समावेशी बनाने तथा गरीबों-आदिवासयिों के हितों की रक्षा के लिए सबसे पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए.

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