डॉ. दास ने अपने अभिभाषण में किसानों को जलवायु परिवर्तन के भीषण प्रभाव और इसके न्यूनीकरण की आवश्यकता तथा पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं, ग्रामीण आजीविका, मृदा और जल संरक्षण और पोषण सुरक्षा को बढ़ाने में बहुउद्देशीय पेड़ों की भूमिका के बारे में जागरूक किया। उन्होंने किसानों से भावी पीढ़ी हेतु पेड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया। इस अभियान के तहत संग्रामपुर और निकटवर्ती गाँवों में महोगनी, सागवान, आम, कटहल, आंवला, नींबू आदि के लगभग 1200 से अधिक पौधे लगाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए ग्रामीणों एवं किसानों के साथ संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों की उत्साहपूर्वक सहभागिता रही| कृषक-वैज्ञानिक संवाद के दौरान वृक्षारोपण के वैज्ञानिक तकनीक, पौधों की देखभाल, रोग एवं कीट प्रबंधन के साथ-साथ समेकित कृषि प्रणाली, फसल उत्पादन, पशुपालन, बागवानी आदि उपयोगी विषयों पर भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में निदेशक डॉ. दास के साथ संस्थान के प्रभागाध्यक्षगण एवं लगभग 25 से अधिक वैज्ञानिक, तकनीकी अधिकारी और सहायक कर्मचारी मौजूद थे । डॉ. पी.सी. चंद्रन, प्रधान वैज्ञानिक एवं डॉ. अभिषेक कुमार, वैज्ञानिक ने कार्यक्रम का समन्वय किया। गाँव के किसान श्री रजनीश शर्मा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
पटना (रजनीश के झा)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा दिनांक 05 सितंबर 2024 को पटना जिले के विक्रम प्रखंड के संग्रामपुर गांव में संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास के नेतृत्व में वैश्विक अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम’ (#plant4mother) के तहत एक वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संग्रामपुर और निकटवर्ती गाँवों से लगभग 100 से भी अधिक किसानों ने भाग लिया।
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