सीहोर : एनएसएस के विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को दूर करने में अपना योगदान दें : प्राचार्य गुप्ता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 24 सितंबर 2024

सीहोर : एनएसएस के विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को दूर करने में अपना योगदान दें : प्राचार्य गुप्ता

  • प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय सीहोर में एनएसएस स्थापना दिवस का आयोजन

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सीहोर। एनएसएस विद्यार्थियों को अवसर देता है कि वह अपने राष्ट्र ,समाज और गांव के क्षेत्र के विकास के लिए अपना योगदान दे सके। उन्होंने विद्यार्थियों से आवाहन किया कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर वहां की समस्याओं को समझ कर उन्हें दूर करने में अपना योगदान दें । यह बात प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय सीहोर में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ शीलचंद गुप्ता महाविद्यालय की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में एनएसएस का स्थापना दिवस के अवसर पर कही।  स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. शील चंद्र गुप्ता  ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय की एनएसएस इकाई के कार्यों की सराहना करते हुए नए विद्यार्थियों से आव्हान किया कि वह भी अपने सीनियर छात्रों से प्रेरणा लेकर समाज  में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में अपना योगदान दें तथा उनसे विद्यार्थियों से परिवार समाज और राष्ट्र को जो अपेक्षाएं हैं उन्हें पूरा करें। इसके पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में सरस्वती वंदना तथा सरस्वती मां के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। महाविद्यालय की एनएसएस इकाई के स्वयंसेवक विष्णु राजा ने एनएसएस गीत प्रस्तुत किया।

  

कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय से पधारी मनोचिकित्सक पल्लवी सोलंकी में एनएसएस के स्थापना और उसके कार्यक्रम  के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया तथा उन्होंने समाज में व्याप्त समस्याओं विशेषकर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से बताया तथा मानसिक स्वास्थ्य के लिए जो हेल्पलाइन है उसके बारे में भी विस्तार से बताया। पोषण क्या है और ग्रामीण क्षेत्रों में कुपोषण के क्या प्रभाव है तथा बाल मृत्यु दर इस कारण से किस प्रकार से होती है तथा विकलांग बच्चों की समस्याओं के बारे में भी विद्यार्थियों को विस्तार से बताया तथा उन्हें यह भी समझाया कि वे इन क्षेत्रों में एनएसएस के  माध्यम से लोगों को किस तरह किस प्रकार से जागरूक कर सकते हैं। मानसिक समस्याओं जैसे अवसाद और  नकारात्मक विचारधारा , मानसिक विकार के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया उन्होंने युवा विद्यार्थियों के भावनात्मक रिश्तों के कारण घर छोडऩा आत्महत्या करना के कारण और निवारण के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने एनएसएस के स्वयं सेवकों से आव्हान किया किया कि समाज में व्याप्त इन बुराइयों को दूर करने में  उनकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। बाल यौन शोषण के बारे में भी उन्होंने विद्यार्थियों को जागरूक  किया।


महाविद्यालय के एनएसएस के पूर्व वरिष्ठ स्वयंसेवक  पंकज तिवारी ने अपने एनएसएस के अपने अनुभव के बारे में विस्तार से विद्यार्थियों को बताते हुए स्वयं सेवकों को प्रेरणा दी के वे भी एनएसएस के माध्यम से किस प्रकार से  कार्य कर सकते हैं । उन्होंने एनएसएस के प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व के बारे में भी विद्यार्थियों को विस्तार से समझाया तथा उनसे प्रेरणा लेने का आवाहन किया। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस की छात्र इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ कैलाश विश्वकर्मा ने किया तथा आभार एनएसएस  की छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डॉ रुखसाना अंजुम खान ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन करने में महाविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक अभिषेक सिंगोलिया तथा दीपिका मेवाड़ा ने भी सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के एनएसएस के अधिकाधिक स्वयंसेवक उपस्थित थे । कार्यक्रम में  महाविद्यालय के सभी शैक्षणिक और अशैक्षणिक ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।

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