इस संबंध में जानकारी देते हुए मठ मंदिर समिति के अध्यक्ष सीतराम यादव ने बताया कि यहां पर करीब 1998 से हर साल भगवान गणेश चर्तुर्थी से निरंतर दस दिनों तक यहां पर अखंड रामायण का पाठ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि करीब 25 सालों से यहां पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। दस दिवसीय अखंड पाठ का समापन अनंत चतुर्दशी को महायज्ञ के साथ किया जाएगा, इस मौके पर महा आरती के बाद पहले कन्या भोज किया जाएगा और यहां पर आने वाले समस्त श्रद्धालुओं का प्रसादी का वितरण किया जाएगा। अध्यक्ष श्री यादव ने बताया कि समिति के अलावा यहां पर हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते है और भगवान राम के रस का महा आनंद प्राप्त करते है। अखण्ड रामायण पाठ के केन्द्र में भगवान राम की दिव्य कथा है, जिनकी जीवन गाथा धर्म, साहस और सदाचार की प्रतिमूर्ति है। उनकी कथा का पाठ करना केवल एक धार्मिक कार्य नहीं है, बल्कि परिवार, नेतृत्व, जवाबदेही और न्याय पर उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने का एक साधन है। रामायण के विभिन्न काण्डों या खंडों में अद्वितीय शिक्षाएं छिपी हैं जो जीवन के विभिन्न पहलुओं से मेल खाती हैं। अखंड रामायण पाठ अनुष्ठानों और प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला के इर्द-गिर्द संरचित है जिसका सावधानीपूर्वक पालन किया जाना चाहिए। इसकी शुरुआत पवित्रीकरण प्रक्रिया से होती है, जिसके बाद रामायण का निरंतर जाप किया जाता है। यहां पर जाप करने वाले सभी का जिला संस्कार मंच की ओर से धर्मेन्द्र माहेश्वरी ने सीताराम यादव, भूपेन्द्र ठाकुर, प्रहलाद सोनी, किशन राय, दिनेश राजपूत, बहादुर सिंह दांगी, संजय राठौर, सुमीत उपाध्याय आदि का स्वागत किया।
सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी शहर के दशहरा वाला बाग पोल फेक्ट्री के पीछे प्राचीन मठ खेड़ापति हनुमान मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी दस दिवसीय अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिदिन 24 घंटे तक चलने वाले इस अखंड पाठ में महिलाओं के लिए शाम पांच बजे तक की गई है। हर दिन यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे है।
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