धरना स्थल पर मौजूद ब्लाक अध्यक्ष संतोष पटेल ने बताया कि प्रदेश का अन्न दाता किसान इस समय काफी परेशानियों से जूझ रहा है। भारी वर्षा से उनकी सोयाबीन एवं धान की फसलों को नुक्सान हुआ है। प्रदेश के 50 प्रतिशत किसानों की सोयाबीन फसल में फल ही नहीं लगा है। किसानों की लागत मूल्य दोगुना हो गई है, वर्ष 2011 में भी सोयाबीन की फसल के दाम 4300 रूपये प्रतिक्विंटल थे। आश्चर्य की बात है कि आज भी वर्ष 2024 में पुराने दामों पर ही उनकी उपज खरीदी जा रही है। केन्द्र एवं प्रदेश में भारतीय जनता पाटी की सरकार है और किसान एमएसपी की मांग लगातार कई वर्षों से कर रहे है, और आज भी उनकी फसलों को एमएसपी के समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं की जा रही है। प्रदेश में किसानों की आर्थिक परेशानियाँ, बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि, खस्ता हाल खराब सड़के, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं एवं अबोध बालिकाओं पर पर हो रहे दुराचार, अजा, एवं अजजा वर्गों, अल्पसंख्यको के साथ भेदभाव, अत्याचार मुद्दों को लेकर किसानों एवं आमजनों द्वारा सोंडा पर धरना दिया। सोयाबीन एवं सभी प्रकार की फसलों का दाम बढ़ायें एवं प्रदेश में बढ़ते अपराधों को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें। धरना स्थल पर ब्लॉक अध्यक्ष संतोष पटेल बलराम सरपंच साब गजराज सरपंच मुस्करा साब देवेंद्र पटेल गुड़भेला महेश वर्मा राघवेंद्र वर्मा मुकेश पटेल जटाखेडा हरिओम वर्मा ज्ञान सिंह धर्मेंद्र वर्मा गुलाब सिंह मुस्करा संजय नागर पप्पू वर्मा अरुण वर्मा राधेश्याम वर्मा रूपसिंह मालवीय सन्तोष मालवीय नर्मद प्रकाश डॉक्टर मनीष वर्मा राजेंद्र वर्मा आदि शामिल थे।
सीहोर। ब्लाक कांग्रेस कमेटी सौंडा ने किसानों की समस्या को लेकर धरना देकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर पूर्व विधायक और मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता शैलेन्द्र पटेल ने बताया कि किसान की आर्थिक परेशानियां, खराब फसलों का मुआवजा, बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि, खस्ता हाल खराब सड़कें, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं एवं अबोध बालिकाओं पर हो रहे दुराचार, अजा एवं अजजा वर्गों, अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव, अत्याचार एवं अन्य स्थानीय मुद्दों को लेकर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने धरना देकर प्रदर्शन किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें