- प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी जिले में स्वास्थ्य विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए संबधित सीओ को करे रिपोर्ट : डीएम
मधुबनी (रजनीश के झा)। जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। बैठक में विलम्ब से आने के कारण झांझारपुर, खुटौना एवं मधवापुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को स्पष्टीकरण करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उन्होनें कहा कि अगली बैठक से सभी संबंधित पदाधिकारी अनिवार्य रूप से ससमय उपस्थित रहे यह हरहाल में सुनिश्चित करेंगे। समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न मानकों में अगस्त माह में ओवर ऑल प्रदर्शन में फुलपरास प्रथम तो सबसे अंतिम पयदान पर मधवापुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि निम्न प्रदर्शन करने वाले अपने प्रदर्शन में सुधार करे अन्यथा लागातार निम्न प्रदर्शन पाये जाने पर निश्चित रूप से कार्रवाई कि जाएगी। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के निबंधन एवं प्रसव पूर्व जांच की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए इसमें और भी सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को आईएफए एवं कैल्शियम टेबलेट शत प्रतिशत उपलब्ध कराए जाने को लेकर एएनएम के माध्यम से से विशेष प्रयास करने का निर्देश दिया।। संस्थागत प्रसव की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिया गया कि सभी बीसीएम आशावार उपलब्धि की समीक्षा करें, जिससे यह पता चल सके की आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा कहां प्रसव कराया गया। अच्छे प्रदर्शन करने वाली आशा को प्रात्साहित करने का भी निर्देश भी दिया,साथ ही वैसे आशा एवं एएनएम को चिन्हित कर करवाई करने का निर्देश दिया,जिनके द्वारा गर्भवती महिलाओं को बिना किसी विशेष कारण से निजी नर्सिंग होम में प्रसव हेतु भेजा गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार के विचौलियो की भूमिका पर कडी नजर रखने का निर्देश दिया , साथ ही चतुर्थ ए0एन0सी0 के बाद विशेष नजर बनाये रखने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि रोस्टर के हिसाब से कर्मी एवं डॉक्टर उपस्थित रहे इसे हर हाल में सुनिश्चित करे। जिलधिकारी ने उपस्थित सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की जमीन पर अतिक्रमण करने वाले पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए संबधित सीओ को रिपोर्ट करे। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों के साथ-साथ सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी बच्चों के पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से संबद्ध आयुष चिकित्सकों से कोई अन्य कार्य नहीं लिया जाए। ताकि, क्षेत्र स्तर पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच का दायरा बढ़ाया जा सके। उन्होंने आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में सप्ताह में दो दिन अभियान चलाकर शत प्रतिशत लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने पर बल दिया।
जिलधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के उपस्थित जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीयो को निर्देश दिया कि अवैध नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों को लेकर लगातार जाँच अभियान चलाते रहे साथ ही दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध त्वरित करवाई भी करे। उन्होंने कहा कि पंजीकृत नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जाँच कर यह सुनिश्चित करे कि वे विभागीय दिशा निर्देश एवं मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करे। इसके अतिरिक्त जिलधिकारी ने उन्होंने सर्वे रजिस्टर अपडेट करने, टेली मेडिसिन, परिवार कल्याण कार्यक्रम के साथ-साथ आशा के रिक्त पदों पर नई आशा का चयन करने तथा कार्य संपादित नहीं करने वाले आशाओं को चयन मुक्त करने की दिशा में कदम उठाने के निर्देश भी दिए । उक्त बैठक में सिविल सर्जन डॉ नरेश भीमसरिया,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, डॉक्टर आरके सिंह, डीपीआरओ परिमल कुमार,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी,डीएमओ दया शंकर सिंह, डीपीएम पंकज कुमार,डीपीओ आईसीडीएस, जिला स्वास्थ्य समिति के सभी सलाहकार, सभी स्वास्थ्य अधीक्षक व उपाधीक्षक, जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधकों आदि उपस्थित थे।
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