- भगवान की भक्ति में हमारा भरोसा कमजोर नहीं होना चाहिए-भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा
- विठलेश सेवा समिति ने किया पूडी-सब्जी और फलहारी मिक्चर का वितरण
सीहोर। भगवान की भक्ति में हमारा विश्वास कमजोर नहीं होना चाहिए, भादों में विगत 24 सालों से शहर के बड़ा बाजार स्थित अग्रवाल धर्मशाला में महिला मंडल के द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया जाता है, यह 25 वां साल है, इस कथा को लेकर शहर के सभी महिला मंडलों को इंतजार रहता है। सालों से यहां पर रहने वाले श्रोता सिद्ध हो गए है। इसी व्यास पीठ से हर साल बिना विराम किए कथा का सिलसिला जारी है। कथा का सौभाग्य भगवान की कृपा से मिलता है, यह कथा निरंतर हर साल होती है। कथा का श्रवण करने और गुरुदेव का दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आए हुए है, नगर में मेले जैसा वातावरण निर्मित हो गया है। यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी का वितरण विठलेश सेवा समिति की द्वारा किया जा रहा है। गुरुवार से जारी सात दिवसीय भागवत कथा के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भगवान की भक्ति में हमारा भरोसा कमजोर नहीं होना चाहिए। भागवत कथा का आरंभ सादगी के साथ शोभा यात्रा के साथ किया गया था। यात्रा शहर के श्री सत्यनारायण मंदिर से आरंभ हुई जो खजांची लाइन स्थित श्रीजी मंदिर पर पहुंची और उसके बाद यात्रा कथा स्थल पर पहुंची। कथा के पहले ही दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जहां पर भी स्थान मिला पूरे भाव से कथा का श्रवण किया। यहां पर आए बाहर से श्रद्धालुओं कहना है कि वह आदरणीय गुरुदेव के दर्शन और कथा का श्रवण करने के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर से आए है, श्रद्धालुओं के चेहरे पर प्रसन्नता के भाव थे। शाम को सैकड़ों लोगों को बड़ा बाजार में ही प्रसादी का वितरण किया गया। कथा के पहले दिन भागवत कथा के अनेक प्रसंगों पर विस्तार से वर्णन किया और वहीं भगवान शिव और माता पार्वती की अमर कथा के बारे में बताया कि भगवान शिव की भक्ति और समर्पण के बाद ही मां पार्वती ने शिव को प्राप्त किया।
जीवन का हर निर्णय भगवान पर छोड़ दो
कथा के पहले दिन भागवत भूषण पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि जीवन का हर निर्णय भगवान पर छोड़ दो। वह आपकी हर समय रक्षा करेगा। ईश्वर के सामने अपनी इच्छाएं रखो, इन इच्छाओं के लिए समय तय मत करो। जो जीवन में घटेगा उस पर प्रश्न मत खड़े करो, बल्कि प्रभु पर अटूट विश्वास रखो, फिर देखना प्रभु आपको गोद से नहीं उतारेंगे। भक्ति में हमारा विश्वास कमजोर नहीं होना चाहिए। सुख-दुख, संकट में हमेशा प्रभु को याद करों। बाकी सब प्रभुजी ठीक करेंगे। जहां पर भी कथा होती है वहां का वातावरण स्वत: ही सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। इसलिए जब भी हमें भगवान कथा सुनने का अवसर मिलता है तो हमें उसे अवश्य सुनना चाहिए क्योंकि यह मन से नकारात्मक विचारों को भी दूर करती है।
बारिश की बौछारों के मध्य भी डटे रहे श्रद्धालु
अग्रवाल महिला मंडल के तत्वाधान में शहर के बड़ा बाजार में सीमित स्थान पर कथा का आयोजन किया जाता है, कथा के आरंभ में ही जोरदार बारिश की शुरूआत हुई थी, लेकिन यहां पर बाहर से आए बड़ी संख्या में श्रद्धालु बौछारों के मध्य भी शिव भक्ति में लीन रहे।
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