- वैवाहिक विवादों का समाधान सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलुओं से भी हो-दिव्या कौशिक
कानून की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को वैवाहिक विवाद और उनके समाधान के विभिन्न कानूनी पहलुओं को अनेक उदाहरणों के जरिये समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे और किन कानूनी प्रक्रियाओं को अपनाकर इनका समाधान किया जा सकता है। उन्होंने उन प्रक्रियाओं के महत्व पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अनेक केस स्टडीज का हवाला भी दिया ताकि इस गंभीर विषय को विद्यार्थी आसानी से समझ सकें। अंत में उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर भी दिये। मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल ने बताया कि समय-समय पर इस प्रकार के अतिथि व्याख्यान विद्यार्थियों के लिए मेवाड़ आयोजित करता रहता है ताकि विद्यार्थी पाठ्यक्रम के अलावा कानून की व्यवहारिक जानकारियों से परिपक्व हो सके।
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