- ग्रामीण हर साल जुलूस के रूप में जाते है चिंतामण गणेश मंदिर
पैदल जाते है ग्रामीण
पांच साल पहले शुरू हुई चल समारोह की परंपरा आज भी ग्रामीण निभा रहे है। ग्राम थूना स्थित हनुमान मंदिर से पदयात्रा के रूप में शुरू हुआ चल समारोह करीब 15 किलोमीटर की यात्रा तय कर शहर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ प्राचीन गणेश मंदिर पहुंचा। इस दौरान सभी ग्रामीण पदयात्रा करते हुए नंगे पाव भजनों की धुन पर थिरकते हुए चिंतामण गणेश मंदिर पहुंचे। जहां पर पूजा अर्चना कर भगवान के दर्शन कर कामना की।
पांच साल तक झंडा निकालने की ग्रामीणों ने की थी कामना
भगवान गणेश पर श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ गणेश उत्सव के दौरान पांच साल पहले ग्रामीणों ने जुलूस निकालने की शुरुआत की थी। इसके बाद हर साल ढोल और डीजे पर झूमते हुए ग्रामीण गणेश मंदिर पहुंचते है। जहां पर ग्राम थूना सहित आसपास के ग्रामीण अच्छी बारिश, अच्छी फसल और सभी की सुख समृद्धि की कामना करते है। ग्रामीणों ने बताया कि इस साल मनोकामना के पांच साल पूर्ण हो गए है, लेकिन अब यह हमारी परंपरा बन गया है। भगवान गणेश की इच्छा रही तो यह जुलूस निरंतर जारी रहेगा। इस दौरान मनोहर पटेल, सरपंच प्रितम सिहं,सुमेर सिंह मुकद्दम, पूर्व सरपंच अचल सिंह, नरेश मेवाड़ा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
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