- भक्ति के माध्यम से राष्ट्र को शक्ति देने की उनकी यह एक छोटा सा प्रयास है
- राष्ट्र व अर्थव्यवस्था की मजबूती व देश की खुशहाली सहित सेक्युलर के नाम पर तुष्टिकरण की दुकान बंद होनी ही चाहिए
वाराणसी (सुरेश गांधी)। समाज सेवा से लेकर राष्ट्रसेवा में बढ़ चढ़कर भाग लेने वाले मीडिया वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष एवं सीनियर पत्रकार डॉ अरविंद सिंह ने एक बार फिर सबका ध्यान खींचा है। भक्ति के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मजबूत बनाने के साथ ही राष्ट्र को शक्ति देने का प्रयास किया है। 16 सितंबर 2019 को राष्ट्र की मजबूती के लिए लिए गए संकल्प को दोहराने के लिए अरविन्द सिंह एक बार फिर संकट मोचन मंदिर में हनुमान जी एवं रामजानकी दरबार में स्वर्ण मुकुट भेंट करने का निर्णय लिया है। पत्रकारों से बाचतीत के दौरान अरविन्द सिंह ने कहा कि 16 सितंबर को एक बार फिर हनुमान जी की प्रेरणा से राम लक्ष्मण और जानकी जी को स्वर्ण मुकुट अर्पण करेंगे। आशा ही नहीं उन्हें विश्वास है कि राम लक्ष्मण और जानकी सहित हनुमान जी उनके इस छोटे से भेंट को स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा कि इस देश में चाहे आम आदमी हो या खास या सेना के जवान हो या व्यापारी हर कोई अपने-अपने तरीके से राष्ट्र की सेवा में लगा हुआ है। उसी कड़ी मैं भी भक्ति के माध्यम से राष्ट्र को शक्ति देने की कोशिश कर रहा हूं।
डा. अरविन्द सिंह ने कहा कि पीएम मोदी जब से देश की बागडोर संभालें हैं, देश न सिर्फ तरक्की पर है, बल्कि सनातन भी अपने उत्थान पर है। हिंदुइज्म का लोग मायने समझने लगे है। उनकी बाबा विश्वनाथ व संकट मोचक हनुमान जी से प्रार्थना है कि मोदी जैसा नायक इस देश को बारंबार मिले। क्योंकि सदियों बाद इस देश को ऐसा नायक मिला है, जो हर तबके की पीड़ा को समझ रहा है। देश को शसक्त बनाने के साथ ही नए भारत के निर्माण में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में जटे है। एक सवाल के जवाब में अरविन्द सिंह ने कहा कि इस स्वर्ण मुकुट अर्पण के पीछे न तो मेरी कोई राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा है, न कोई राजनीतिक स्वार्थ और न ही कोई लालच या मंशा है। हां एक लालच जरूर है कि हमारा राष्ट्र मजबूत हो, हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो, देश खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़े, हमारे सनातन धर्म में आने वाली बाधाएं दूर हों और सेक्युलर के नाम पर देश में तुष्टिकरण बंद हो। मुझे लगता है कि मोदी जैसा शख्स ही इस राष्ट्र को आम जनमानस की भावनाओं के अनरुप इस तरह की मजबूती दे सकता है। इसलिए मैं चाहता हूं कि हनुमान जी मोदी जी जैसे नायक के ऊपर अपनी कृपा बनाए रखें। उनका प्रयास है कि हनुमान जी जब तक चाहेंगे तब तक देश के ऐसे नायक के लिए हनुमत दरबार की सेवा करता रहूंगा।
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