डॉ. शर्मा ने कहा कि यहां पर गणेश की भव्य प्रतिमा विराजमान की है। इसके लिए मैं समिति के सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को बधाई देता हूं। वास्तव में गणेश का महोत्सव उत्साह, लोगों की भीड़, भगवान गणेश के पसंदीदा मोदक की खुशबू और मंत्रोच्चारण पूरे वातावरण में भर जाते हैं, भगवान गणेश को नई शुरुआत के देवता, विघ्नों के हर्ता और विद्या के संरक्षक माना जाता है। 10 दिनों का यह त्योहार न केवल भगवान गणेश का जन्मदिन मनाता है, बल्कि एक सामाजिक और सामुदायिक उत्सव भी है जो लोगों को एक साथ लाता है और सद्भाव को बढ़ावा देता है। इस संबंध में जानकारी देते हुए समिति के वरिष्ठ मनोज जैन ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि साढ़े आठ बजे महा आरती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी क्षेत्रवासियों से शामिल होने की अपील की है। उन्होंने बताया कि करीब 1980 से हर साल समिति और क्षेत्र के युवाओं के द्वारा भगवान गणेश की स्थापना की जाती है।
सीहोर। गणेश चतुर्थी, भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक, देवत्व, उत्सव और भव्यता से परिपूर्ण होता है। यह एक ऐसा त्योहार है जो सभी धर्मों, जातियों और पंथों में एक समान महत्व रखता है। गणेश चतुर्थी के बारे में सोचते ही भगवान गणेश की भव्य मूर्ति आँखों के सामने आ जाती है। उक्त विचार शहर के बड़ा बाजार में पिपलेश्वर महादेव मंदिर समिति और इलेवन टाइगर क्लब के तत्वाधान में सम्मान समारोह में समिति के संरक्षक वरिष्ठ समाजसेवी विवेक रुठिया ने कहे। उन्होंने कहा कि युवाओं और क्षेत्र के बच्चों के द्वारा हर साल भगवान गणेश को विराजमान किया जाता है और समिति के द्वारा जो वरिष्ठों को सम्मान देने की परम्परा है। उसको आज भी युवा कायम रहे हुए है। इसके लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया। सम्मान समारोह में वरिष्ठ समाजसेवी श्री रुठिया के अलावा क्षेत्र का नाम कृषि में रोशन करने वाले सेवानिवृत्त डॉ. साधुराम शर्मा का भी युवाओं ने सम्मान किया।
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