सीहोर : भगवान की कथा सुनना क्यों आवश्यक है - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 23 सितंबर 2024

सीहोर : भगवान की कथा सुनना क्यों आवश्यक है

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सीहोर : पावन पितृ पक्ष के अवसर पर मनसा पूर्ण हनुमान मंदिर बरेठ रोड पर संचालित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस में कथा वृतांत में बतलाया यह जो पावन पितृपक्ष चल रहा है इस पावन पितृपक्ष में हम अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करते हैं कई लोगों के मन में ऐसी धारणा होती है कि हमारे माता-पिता जीवित हैं तो हम कथा क्यों श्रवण करें तो ऐसा कुछ नहीं है हम अपने पूर्वजों के निमित्त अपने पितरों की निमित्त श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करते हैं जिनकी अकाल मृत्यु हुई है अकाल मृत्यु का मतलब जिनकी एक्सीडेंट में मृत्यु हुई है जिनकी पानी में डूब करके मृत्यु हुई हैं या किसी दुर्घटना में मृत्यु हो गई है उनकी आत्मा की शांति के लिए हम पितृपक्ष में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करते हैं भगवान की कथा कल्याणकारी है

राम कथा जे सुनत अघाही।

रस विशेष जाना तिन नाहीं ।।


इसलिए भगवान की जितनी कथा सुनो उतना कल्याण होगा आज की कथा में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया गया एवं कथा के मध्य श्री गिरिराज जी की पूजा भी कराई गई श्री मद्भागवत कथा के आयोजक महंत श्री विशंभर दास जी महाराज ने सभी भक्तों से अपील की है कि सभी लोग अधिक से अधिक संख्या में आए और इस सप्ताह ज्ञान गंगा यज्ञ में गोता लगाकर अपने जीवन को धन्य करें

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