- PK ने नीतीश सरकार पर विकास को लेकर लगाए गंभीर आरोप, बोले - बिहार में समंदर नहीं है का बहाना बनाते हैं नीतीश कुमार
उन्होंने नीतीश कुमार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विशेष राज्य के दर्जे से केवल यह फायदा होगा की केंद्र की योजनाओं में केंद्र का हिस्सा 60 प्रतिशत से बढ़कर 90 हो जाएगा। लेकिन आपको यह मालुम होना चाहिए की पिछले वर्ष बिहार सरकार ने 51 हजार करोड़ रूपए सरेंडर कर दिए क्योंकि यहाँ की सरकार खर्च ही नहीं कर पायी। उन्होंने मनरेगा योजना का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि बिहार को मनरेगा में 10 हजार करोड़ मिलना था तो सिर्फ 39 प्रतिशत ही आया। पीएम आवास योजना में यदि बिहार में 1 लाख घर बन सकते थे, तो मात्र 20 हजार ही बिहार सरकार ने बनवाए। इसलिए विशेष राज्य के दर्जे से ज्यादा महत्व इस बात का है कि बिहार सरकार जो पैसा अभी मिल रहा है उसका पहले सही ढंग से बिहार के विकास के लिए उपयोग करे। यदि विशेष राज्य का दर्जा मिल भी जाएगा तो आज की व्यवस्था में केवल अफसरों और नेताओं का ही उससे भला होगा, बिहार की जनता का नहीं।
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