मधुबनी : कृषि सांख्यिकी क्षमता वर्धन हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण- सह- कार्यशाला का हुआ आयोजन। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 6 सितंबर 2024

मधुबनी : कृषि सांख्यिकी क्षमता वर्धन हेतु एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण- सह- कार्यशाला का हुआ आयोजन।

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मधुबनी (रजनीश के झा)। कृषि सांख्यिकी क्षमता वर्धन हेतु डीआरडीए ,मधुबनी के सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण- सह- कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता उपनिदेशक सांख्यिकी, दरभंगा प्रमंडल,दरभंगा  शंभू प्रसाद यादव ने किया। कार्यशाला में जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, राकेश कुमार सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी , अंचल अधिकारी,राजस्व पदाधिकारी अंचल निरीक्षक प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी/ सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी को फसल क्षेत्र सर्वेक्षण एवं फसल कटनी प्रयोग के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई। उपस्थित सभी अंचल अधिकारी एवं राजस्व पदाधिकारी को संबोधित करते हुए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी ने कहा कि आज का प्रशिक्षण काफी महत्वपूर्ण है आपसे अपेक्षा है कि इस कार्यक्रम को समुचित रूप से संपन्न करने हेतु बताए गए प्रावधान एवं बारीकियां से अवगत हो ले ।प्रत्येक मौसम में फसल सर्वेक्षण की तिथियां निर्धारित है इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खेसरा पंजी में त्रुटि रहित वंचित प्रविष्टियां अंकित की जाए एवं तत्संबंधी प्रतिवेदन को जिला मुख्यालय को साथ समय उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी  प्रभात रंजन अम्बष्ट ने पावर पॉइंट प्रोजेक्शन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि संपादित फसल कटनी प्रयोग के आंकड़े देश एवं राज्य के नीति निर्धारण एवं विभिन्न योजनाओं के लिए अति महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए यह आंकड़े विश्वसनीय , ससमय, वैध एवं शुद्ध- शुद्ध होना चाहिए। फसल कटनी प्रयोग पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाया गया। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारी को विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जितने क्षेत्र में फसल उगाई जाती है उन क्षेत्रों के प्रत्येक कृषि वर्ष के लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम की खेसरा पंजी जून में तैयार की जाती है तथागत कृषि वर्ष के खेसरा पंजी से खेसरा पंजी संख्या एवं उसकी भौगोलिक क्षेत्रफल नोट किया जाता है सरकार का यह एक महत्वपूर्ण कार्य है।

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