- • हिट एंड रन के शत प्रतिशत मामले को पूरी गंभीरता से लेकर मुआवजा हेतु त्वरित करवाई करे.
- • मोटर वाहन अधिनियम अंतर्गत जांच एवं कार्रवाई को सख्ती से लागू करने के भी दिए निर्देश.
जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग को सड़क पर बने डिवाइडर को पेंट करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए. साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में घायलों और मृतकों का आंकड़ा उपलब्ध कराने तथा संबंधित थाने को दुर्घटनाओं में पीड़ितों को एंबुलेंस उपलब्धता का प्रतिवेदन उपलब्ध कराने के दिए निर्देश भी दिए. जिलाधिकारी ने कहा कि यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु नियमित रूप से अभियान चलाने की जरूरत है. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालय के पठन-पाठन में बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन, पेंटिंग कंपटीशन, विचार गोष्ठी का आयोजन के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों को जागरूक करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि हिट एंड रन के शत प्रतिशत मामले को पूरी गंभीरता से लेकर मुआवजा हेतु त्वरित कार्रवाई करे. जिलाधिकारी ने उपस्थित जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी घटित मामलों के आलोक आवेदन प्राप्त कर मुआवजा हेतु अग्रेतर कार्रवाई करे. जिलाधिकारी ने सड़क अतिक्रमण, सड़क मरम्मति और जाम की समस्या को लेकर भी समीक्षा किया. उन्होंने नगर निकायों को निर्देश दिया गया कि सड़क अतिक्रमण को लेकर लगातार अभियान चलाया जाए. साथ ही,अवैध पार्किंग,बिना निबंधित वाहन परिचालन, ओवरलोडिंग, निर्धारित रूट से इतर वाहन चलाने वाले के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर जुर्माना व जब्ती की कार्रवाई प्रारंभ कराएं, जिसकी रिपोर्ट भी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने सड़क निर्माण और पुल निर्माण के अभियंता को निर्देश दिया गया कि सड़क को मोटरेबल रखने हेतु नियमित रूप से साइट का विजिट करें।
जिलाधिकारी ने जिले में दुर्घटना बाहुल्य ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों की समीक्षा के क्रम में निर्देश दिया कि सभी चिन्हित स्थलों पर रोड एजेंसी के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिए कि स्वयं जाकर देखे तथा वहाँ दुर्घटना को कम करने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाएं, जिसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय में भी करे. उन्होंने यातायात व्यवस्थाओं में आवश्यक सुधार एवं यातायात पुलिस कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था आदि को लेकर भी सम्बन्धित अधिकारियों को कई निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग, ओवरस्पीड करने वाले वाहनों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए उनके चालान काटे जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए,ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा सके और और किसी के भी द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन न किया जा सके. उन्होने अवैध पार्किंग एवं सड़क अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करने का निर्देश देते हुए कहा कि कोतवाली चौक से थाना चौक तक विशेष निगरानी करें। । पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया कि सभी आवश्यक एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर अनिवार्य रूप से साइनेज लगाने का निर्देश दिया. सकरी अंडरपास के आस-पास के अतिक्रमण हटाने का भी निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।।जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त को ससमय अस्पताल पहुंचाने वाले दो नागरिकों को अनिवार्य रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा. बैठक में स्कूली वाहनों की जांच, स्वास्थ्य विभाग -शिक्षा विभाग -पंचायती राज विभाग पुलिस एवं यातायात विभाग, पथ निर्माण विभाग ,नगर निगम ,एनएचएआई इत्यादि की भूमिका पर विचार विमर्श किया गया एवं संबंधित विभागों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। इसके पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी ने सड़क सुरक्षा को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में जिस किसी स्थान पर एक से अधिक बार सड़क दुर्घटना घटित हो गई है, उस स्थान पर अचूक रूप से रैंबल स्पीड ब्रेकर का निर्माण करवा जाए,साथ ही उन सभी स्थलों की नियमित निगरानी कर दुर्घटना में कमी लाने हेतु लगातार प्रयास करे।उन्होंने कहा कि जिला परिवहन कार्यालय द्वारा नियमित रूप से हेलमेट की जांच अभियान चलाकर की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि पुलिस थानों द्वारा औचक रूप से मॉक ड्रिल के रूप में क्षेत्र के अधीन पड़ने वाले स्वास्थ्य केंद्रों पर कॉल कर यह जांच करनी चाहिए कि एंबुलेंस मंगाए जाने पर समय से पहुंच पा रही है या नहीं, इससे उनकी तत्परता का आकलन भी किया जा सकेगा। उक्त बैठक नगर आयुक्त अनिल कुमार चौधरी, जिला परिवहन पदाधिकारी शशि शेखरम, सिविल सर्जन नरेश कुमार भीमसारिया, उप निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क परिमल कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी जावेद आलम, तकनीकी विभागों के अभियंता, विद्यालय परिवहन समिति के सदस्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें