मधवापुर/मधुबनी (रजनीश के झा)। प्रखंड के माँ दुर्गा स्थान रामपुर वृत के प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा के छठवें दिन ख्यातिलब्ध अखिल भारतीय श्री राम कथावाचक सह प्राचार्य (डिग्री काॅलेज, डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या) डाॅ. रमेशाचार्य महाराज (रमेश कुमार मिश्र) ने उपस्थित श्रद्धालु नर-नारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम का अवतरण लोक मंगल के लिए हुआ था। अयोध्या के वैभव एवं ऐश्वर्य ने उन्हें विचलित नहीं किया। सर्वतंत्र स्वतंत्र राम ने अधर्म का नाश कर धर्म का ध्वज लहराने में स्वयं को राजमहल के सुख सुविधा से अलग कर एक वनवासी का जीवन अपनाया। वैभव और ऐश्वर्य के धरातल से जगत् का कल्याण संभव नहीं हो सकता है। लोक कल्याण हेतु त्याग और समर्पण अनिवार्य है। भगवान राम का जीवन सबके हितार्थ रहा। वनवास के प्रथम दौर में सबसे पहले समाज के अंतिम वर्ण को अपना पहला मित्र बनाया। निषादराज को सखा बनाकर गले से लगाया। राम का वन गमन सबके लिए कल्याणप्रद साबित हुआ। इस समय रामपुर वृत अवध बना हुआ है जहाँ राम तहँ अवध निवासू। विदित हो कि श्री राम कथा नित्य दोपहर बाद चार बजे से शाम सात बजे तक 25अक्टूबर तक जारी रहेगी। राम कथा सुनने हेतु सैकड़ों लोग पधार रहे हैं।
मंगलवार, 22 अक्तूबर 2024
मधुबनी : रामपुर में नौ दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन
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