पूर्णिया : वीवीआरएस ने हरित पहल और सामुदायिक सेवा के साथ गांधी जयंती और शास्त्री जयंती मनाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 2 अक्तूबर 2024

पूर्णिया : वीवीआरएस ने हरित पहल और सामुदायिक सेवा के साथ गांधी जयंती और शास्त्री जयंती मनाई

Gandhi-jayanti-purniyan
पूर्णिया, 2 अक्टूबर (रजनीश के झा)। विद्या विहार आवासीय विद्यालय (वीवीआरएस) ने महात्मा गांधी की 155वीं जयंती और लाल बहादुर शास्त्री की 120वीं जयंती को स्वच्छता और सामुदायिक सेवा के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। समारोह की शुरुआत एनसीसी कैडेट्स और गाइड्स की प्रभात फेरी से हुई, जिसके तहत विद्यालय परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया गया। इसके पश्चात, कैडेट्स और गाइड्स ने महात्मा गांधी स्मारक पार्क में पुष्प अर्पित कर गांधीजी के स्वच्छ और शांतिपूर्ण भारत के सपने को सलामी दी। सुबह 7:30 बजे, पूरा विद्यालय समुदाय रविवंश नारायण मिश्रा स्मारक ऑडिटोरियम में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित हुआ। इस मौके पर, विद्यालय की संगीत शिक्षिका श्रीमती सुप्रिया मिश्रा, श्री सत्यानंद कुमार, और कक्षा 10 की छात्राओं ने गांधीजी की प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम* और वैष्णव जन तो का भावपूर्ण गायन प्रस्तुत किया। कक्षा 10 की छात्राओं रुचि ठाकुर और साध्वी ने प्रेरणादायक भाषण दिए, जिनमें इन दोनों महापुरुषों के जीवन मूल्यों और योगदानों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण गांधीजी के सिद्धांतों पर आधारित "गांधी के तीन बंदर" की प्रतीकात्मक झांकी थी, जो कक्षा 10 के छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई। यह झांकी भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक बन गई।


गांधीजी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए, विद्यालय ने एक हरित पहल की शुरुआत की, जिसके तहत 23 हाउसों को नीले और हरे रंग के डस्टबिन वितरित किए गए। ये डस्टबिन बायोडिग्रेडेबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे के पृथक्करण के लिए उपयोग किए जाएंगे, जिससे विद्यालय का परिसर प्लास्टिक-मुक्त और पर्यावरण-अनुकूल बनेगा। इस पहल को हाउस कैप्टन, वाइस कैप्टन और छात्रावास के कर्मचारियों ने मिलकर आगे बढ़ाया। दोपहर में, कक्षा 10 की छात्राओं और कक्षा 4 के छात्रों ने वृद्धा आश्रम का दौरा किया, जहाँ उन्होंने बुजुर्गों को फल, कपड़े और हार्दिक मुस्कान भेंट की, जिससे बुजुर्गों का दिन और भी खास हो गया। यह अनुभव छात्रों और शिक्षकों के लिए अत्यंत भावुक और प्रेरणादायक था, जिसने सेवा और करुणा की भावना को प्रकट किया।इसके साथ ही माता स्थान चूनापुर मंदिर, पूरन देवी मंदिर पूर्णिया सिटी का भी दौरा किया। इस आयोजन का संचालन श्री प्रभास सरकार, श्रीमती अजिता मिश्रा, और श्रीमती इंद्राणी वर्मा ने किया, जिन्होंने इस समारोह की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर विद्यालय के सचिव श्री राजेश चंद्र मिश्रा, निदेशक श्री आर.के. पॉल, संयुक्त निदेशक श्री दिगेंद्र नाथ चौधरी, प्राचार्य श्री निखिल रंजन, उप-प्राचार्य श्री गोपाल झा, श्री गुरु चरण सिंह, श्रीमती रीता मिश्र, प्रशासक श्री सी.के. झा, श्री अरविंद सक्सेना, श्रीमती प्रीति पाण्डेय, और जनसंपर्क अधिकारी राहुल शांडिल्य सहित सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र इस कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कार्यक्रम गांधीजी और शास्त्रीजी के आदर्शों को सजीव करते हुए विद्यार्थियों में स्वच्छता, सेवा और नैतिक मूल्यों की भावना जागृत करने के उद्देश्य से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

कोई टिप्पणी नहीं: