प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) संदीप तिवारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए अच्छे स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने जागरूकता कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी के लिए छात्रों की प्रशंसा की। कार्यक्रम के समन्वयक रवि रंजन कुमार, सहायक प्रोफेसर, ने एचआईवी वायरस के संचरण के तरीकों पर प्रकाश डाला और बिहार सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली हेल्पलाइन सेवाओं के साथ-साथ इसके प्रबंधन रणनीतियों पर चर्चा की। इस कार्यक्रम में डीन अकादमिक डॉ. चंदन कुमार और डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. शशि भूषण भी उपस्थित थे, जिन्होंने इन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दों पर छात्रों की जागरूकता बढ़ाने के लिए इस पहल का समर्थन किया। सेमिनार का समापन एक इंटरएक्टिव सत्र के साथ हुआ, जहां छात्रों ने टीबी, एचआईवी/एड्स और फाइलेरिया के बारे में सवाल उठाए और चर्चा की, जिससे इन स्वास्थ्य प्रबंधन और रोकथाम रणनीतियों के प्रति उनकी गहरी रुचि का पता चला। दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और शैक्षिक पहलों के माध्यम से समुदाय का समर्थन करने के प्रति प्रतिबद्ध है।
दरभंगा (रजनीश के झा)। कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के रेड रिबन क्लब ने टीबी, एचआईवी/एड्स और फाइलेरिया पर जागरूकता सेमिनार का सफल आयोजन किया। इस सेमिनार का उद्देश्य इन गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में छात्रों को जागरूक करना था, जिसमें रोकथाम के तरीके, कानूनी प्रावधान और सरकारी कार्यक्रम शामिल थे। इस सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में इशांत कुमार, सहायक प्रोफेसर, उपस्थित थे। उन्होंने रोकथाम के महत्व पर जोर दिया, विभिन्न प्रकार के टीबी के बारे में चर्चा की और उपलब्ध उपचारों का वर्णन किया। उन्होंने त्रिपुरा के एक चिंताजनक मामले का उल्लेख किया, जहां 800 छात्रों को संक्रमित सिरिंज के माध्यम से एचआईवी वायरस का संक्रमण हुआ, जिससे जागरूकता और सावधानी की आवश्यकता पर बल दिया।
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