क्या मिला इन नन्हीं सी जान को लेकर?
क्या मिला इन पेड़ पौधों को नष्ट कर,
क्या क्या था उस नन्ही सी जान में,
प्रकृति की वो भी एक जान है,
प्रकृति की वो भी तो शान है,
इस कदर सब राख मत करो,
आने वाली पीढ़ी के लिए तो सोचो,
क्या मिलेगा जंगल में आग लगा कर?
खुद की जिंदगी को खत्म करने का ये संकेत है,
कुछ न भी करो ये प्रकृति के लिए,
पर यूं खत्म भी न करो इसे,
कितनी जान बसी है इन में भी,
इस संसार को देखने की,
इस तरह न करो खत्म इस जगत को ,
जंगलों में मत डालो इस आग को,
इससे खत्म हो रहा है ये आकृति,
इस तरह खत्म न करो ये प्रकृति।।
तानिया आर्या
चोरसौ, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
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