- जिले में नहरों से सिंचाई,नलकूप, डीज़ल अनुदान, फसल क्षति अनुदान, धान अधिप्राप्ति की तैयारी,कृषि फीडर से विधुत आपूर्ति,उर्वरक की उपलब्धता,छापेमारी आदि का किया समीक्षा।
मधुबनी (रजनीश के झा)। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कल 21 अक्टूबर सोमवार की देर शाम में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला स्तरीय कृषि टास्क फोर्स* *की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने फसल क्षति अनुदान, धान अधिप्राप्ति की तैयारी, नहरों से सिंचाई,नलकूप, कृषि फीडर से बिजली आपूर्ति,उर्वरक की उपलब्धता आदि का समीक्षा कर संबधित अधिकारियों को निर्देश भी दिये। समीक्षा के क्रम में जिलधिकारी ने कहा कि अब प्रत्येक माह प्रखंड कृषि पदाधिकारीयो की रैंकिंग होगी । उन्होंने कहा कि कृषि के विभिन्न इंडिकेटर के आलोक में ओवरऑल प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग की जाएगी।निम्न प्रदर्शन करने वाले प्रखंड कृषि पदाधिकारियों के विरुद्ध करवाई भी की जाएगी। नहरों के अंतिम छोर तक लगातार पानी पहुँचे, इसको लेकर नहर प्रमंडल के सभी पदाधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र में जाकर नहरों में हो रही जलापूर्ति पर नजर रखे।उन्होंने कहा कि किसानों से मिलकर पटवन की स्थिति जाने।उन्होंने कार्यपालक अभियंता नलकूप को निर्देश दिया कि बंद पड़े नलकुपो को शीघ्र मरम्मति कर चालू करवाना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि सिंचाई के लिए सुदूर खेतों तक तेजी के साथ कृषि विद्युत संबद्धता प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने बैठक में उपस्थित कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि जिले* में जिन इच्छुक किसानों के खेतों में बिजली का खंबा उपलब्ध है, वहां शत प्रतिशत इच्छुक किसानों को जल्द से जल्द कृषि विद्युत संबद्धता प्रदान करे। कृषि फीडर से विधुत कनेक्शन में कठिनाई हो तो कार्यपालक अभियंता के व्हाट्सअप नंबर 7763815320 (मधुब नी), 7763815321(झंझारपुर) एवं 92626 96402(जयनगर )पर शिकायत किया जा सकता है।। जिलाधिकारी ने जले हुए ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलने के निर्देश भी दिए।उन्होंने कृषि फीडर से निर्बाध 16 घण्टे बिजली प्रतिदिन उपलब्ध करवाने को लेकर विधुत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने नलकूपों की मरम्मती और नव निर्माण में गति लाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बंद पड़े नलकुपो को शीघ्र चालू करवाना सुनिश्चित करवाये,विशेषकर विधुत दोष से बंद पड़े नलकूप को शीघ्र ठीक करवाकर चालू करवाये। उर्वरक की उपलब्धता के समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है।जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि किसान डीएपी के जगह पर मिक्चर का उपयोग कर सकते है। ।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री पर सतत निगरानी रखे, किसी भी स्थिति में उर्वरकों की कालाबाजारी की शिकायत नही मिलनी चाहिये। उन्होंने उर्वरक की कालाबाज़ारी पर कड़ी नजर रखने एवं लगातार छापेमारी विशेषकर सीमावर्ती क्षेत्रों में करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जिले के किसानों को ससमय पूरी सहजता से कृषि यंत्रीकरण योजना का लाभ दिलाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने डीजल अनुदान हेतु प्राप्त आवेदनों को शीघ्र निष्पादन हेतु निर्देश दिया तथा पीएम किसान योजना के तहत सेल्फ रजिस्ट्रेशन, ई केवाईसी, एनपीसीआई एवं शत प्रतिशत सत्यापन के समीक्षा क्रम में निर्देश दिया कि सजगता के साथ सभी लंबित आवेदनों को निष्पादन करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को फसल क्षति अनुदान को लेकर भी तेजी से कार्य करने का निर्देश दिया ताकि प्रभावित पात्र किसानों को फसल क्षति अनुदान उनके खाते में भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के सभी पदाधिकारी सरकार की कृषि कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी किसानों तक अनिवार्य रूप से पहुचाये ताकि जिले के किसान भाई योजनाओं का लाभ उठा सके। ।-उक्त बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहित कृषि विभाग के सभी जिला , अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित थे।।
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