रामपुर/मधवापुर (मधुबनी), प्रखंड के रामपुर में श्री राम कथा के सातवें दिन व्यासपीठाधीश डाॅ.रमेशाचार्य महाराज ने कहा-राम वन गमन के क्रम में जब केवट को प्रभु श्री राम उतराई देने लगते हैं तो केवट हाथ जोड़कर कहता है कि हे प्रभु आज हमने सब कुछ पा लिया।आपके दर्शन और पाद प्रक्षालन से मैं कृत्य-कृत्य हो गया।इसके साथ ही आपने इस तुच्छ जीव को अपना सखा बनाकर जो हम पर उपकार किये वह असाधारण थोड़े ही है।अब मैं सब प्रकार से मुक्त हो गया। आगे डाॅ.रमेशाचार्य महाराज ने कहा- जब जीव को परमात्मा की प्राप्ति हो जाती है तो वह जीव जीव से शिव बन जाता है।भौतिक वस्तुओं से जहाँ क्षणिक सुख होता है वही ईश्वरीय प्राप्ति से सनातन सुख होता है। हम सब सच्चे अर्थों में मानव तभी हो सकते हैं जब सत्य का अनुसरण करें। विदित हो कि श्री राम कथा 25अक्टूबर को विराम लेगी।
बुधवार, 23 अक्तूबर 2024
मधुबनी : अब कछु नाथ न चाहिए मोरे : डाॅ. रमेशाचार्य
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