पुराने मीटर की तुलना में स्मार्ट मीटर से बढ़ा हुआ बिल उपभोक्ताओं के पास आ रहा है। बिजली बिल देने में असमर्थ गरीब और वंचित परिवार के घरों की बिजली काटी जा रही है। अब तो इस तरह के हालात बन गए हैं कि पूरे गांव की ही बिजली काटी जा रही है। बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए सीएमडी के द्वारा सभी जिलाधिकारी को बल प्रयोग करके स्मार्ट मीटर लगाने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा गया है, जो कहीं से उचित नहीं है। इस मामले पर राज्य सरकार या विद्युत विभाग के पदाधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि आखिर क्या कारण है कि बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए जबरन मीटर लगाने की बातें क्यों की जा रही है। राज्य सरकार कहीं ना कहीं इन कंपनियों के प्रभाव में आकर उपभोक्ताओं और गरीबों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार को देख रही है राज्य सरकार को जनता और जनता के हितों से कोई मतलब नहीं है, और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार कंपनियों के हितों की रक्षा कर रही है।
धरना को जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला नेता सुरेंद्र कुमार चौधरी, अनुसूचित जाति जिला अध्यक्ष चरित्र सदा, जिला पार्षद उमर अंसारी, मधु राय, पूर्व प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी, भरत पंडित, लड्डू ठाकुर, विकाश कुमार, रामबाबू यादव, राजेश्वर यादव, रेखा देवी, साकेत भगत,मो. प्यारे, नगर अध्यक्ष पप्पू कुमार यादव, बदरुल हक, सकीला खातून,विपिन कुमार साह,चंद्रपाल मंडल, राजो देवी, सीताराम यादव, मो. मुमतारिज, अशोक यादव, दिलीप यादव, भागवत चौधरी, ललन मंडल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
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