- नियमित शारीरिक गतिविधि से दिमाग तेज़ रहता : कलेक्टर प्रवीण सिंह
सीहोर। नियमित शारीरिक गतिविधि से दिमाग तेज़ रहता है और संतुलन, लचीलापन, शक्ति, ऊर्जा, और मनोदशा बेहतर होती है। खिलाडिय़ों को गुरु और शिष्य की परम्परा को कायम रखना चाहिए, कराटे आत्मरक्षा के लिए होते है। उक्त विचार शहर के इंदौर नाके स्थित बजरंग कालोनी में रविवार को चौथी राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद कलेक्टर प्रवीण सिंह ने खिलाडिय़ों को उत्साहवर्धन करते हुए व्यक्त किए। सुबह के सत्र में अनेक मुकाबले हुए जिसमें शानदार प्रदर्शन करते हुए भैरुंदा के पंकज वर्मा ने गोल्ड, उज्जैन के जितेन्द्र वर्मा ने सिल्वर और सीहोर की साधना परमार ने तीसर स्थान हासिल किया। इस मौके पर कोच लखन ठाकुर, मनोज दीक्षित मामा, श्रीमती विमला ठाकुर, अजीम अंसारी, पंजाब के कोच हरवंश लाल, उज्जैन के पंकज वर्मा, भैरुंदा के कोच जितेन्द्र वर्मा, मोहित कसोटिया, हरदा के इरफान लाला आदि शामिल थे।
कलक्टेर श्री सिंह ने कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है। खेलों से मनुष्य शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होता है। खेलों से मनुष्य अपने कई प्रकार के रोगों से मुक्ति पा सकता है। सामाजिक विकास में भी खेल बहुत महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल कई प्रकार के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ-साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं। लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है।
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