- हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है, इसका पहला उदाहरण सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह हैं
बिहार की राजनीति में यह पहला मौका होगा जब सेना में सर्वोच्च पद पर रह चुके हो और फिर उसके बाद बिहार से विधानसभा का उपचुनाव लड़ने के लिए कोई व्यक्ति मैदान में उतरा हो। एसके सिंह तरारी के एक गांव के रहने वाले हैं, वही तरारी जो बालू माफिया और भू-माफिया के लिए जाना जाता है। जनरल एसके सिंह के नेतृत्व में तरारी को बालू माफिया और भू-माफिया से मुक्त किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज की चुनौती है कि कोई भी पार्टी तरारी से श्री कृष्ण सिंह से बेहतर उम्मीदवार घोषित करे। अन्य दल जाति या धर्म या बाहुबल या धनबल के आधार पर अपने उम्मीदवारों का चयन करती हैं और जन सुराज अपने उम्मीदवारों का चयन उनकी योग्यता और क्षमता के आधार पर करता है। यही बात जन सुराज को अन्य पार्टियों से अलग बनाती है।
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