भोजपुर के क्रांतिकारी किसान संघर्ष की आबो-हवा में का. राजू यादव का जन्म 19 जनवरी 1982 को अगिआंव प्रखंड के गोरपा गांव में हुआ. उनके पिता स्व. रामतवक्या सिंह उर्फ रमेश जी फौज में थे और इलाके में काफी लोकप्रिय थे. गंभीर बीमारी के कारण 1990 में उनकी मृत्यु हो गई. पिता के असामयिक मौत के कारण उनका बचपन काफी कठिनाइयों में बीता. गांव की शिक्षा पूरी करके वे आगे की पढ़ाई के लिए आरा आ गए. आरा में पढ़ाई के दौरान ही भाकपा-माले के छात्र संगठन आइसा से जुड़े और जल्दी ही अपनी सहजता के कारण छात्रों के बीच लोकप्रिय हो गए. उन्होंने कई छात्र आंदोलनों का नेतृत्व किया और पूरे शाहाबाद में आइसा के निर्माण में बड़ी भूमिका अदा की. 2006 में जैन कॉलेज आरा से स्नातक और फिर एमए व एलएलबी की उपाधि हासिल की. 2010 में वे आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष बने. उन्होंने इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य अध्यक्ष की जवाबदेही का भी निर्वहन किया. फिलहाल वे अखिल भारतीय किसान महासभा के मोर्चे पर कार्यरत हैं. का. राजू यादव ने 2010 में पहली बार आरा जिले के बड़हरा विधानसभा से चुनाव लड़ा और सम्मानजनक वोट हासिल किया. 2014 के लोकसभा चुनाव में आरा संसदीय क्षेत्र से भाकपा-माले ने इस युवा नेता को अपना प्रत्याशी बनाया और तब का. राजू यादव ने एक लाख से अधिक वोट हासिल किया था. 2015 में एक बार फिर से वे संदेश विधानसभा से मैदान में उतरे और लगभग 18 हजार वोट हासिल किया.
पटना (रजनीश के झा)। बिहार विधानसभा उपचुनाव-2024 के लिए भाकपा-माले ने तरारी विधानसभा सीट से छात्र-युवा आंदोलन की क्रांतिकारी आवाज का. राजू यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. का. राजू यादव किसी परिचय के मोहताज नहीं. 2019 के लोकसभा चुनाव में वे आरा लोकसभा सीट से महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले उम्मीदवार थे. तकरीबन 4 लाख 20 हजार वोट लाकर उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को काफी कड़ी टक्कर दी थी. अंततः 2024 में आरा संसदीय सीट भाकपा-माले ने जीत ली. का. सुदामा प्रसाद संसद पहुंच गए और उनके द्वारा खाली की गई तरारी सीट पर उपचुनाव हो रहा है. वहीं से का. राजू यादव महागठबंधन समर्थित भाकपा-माले उम्मीदवार बनाए गए हैं.
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