- कार्तिक मास को दामोदर मास के नाम से भी जाना जाता-अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा
सीहोर। एक समय था जब मंत्र काम करते थे, उसके बाद एक समय आया जिसमें तंत्र काम करते थे, फिर समय आया जिसमें यंत्र काम करते थे। आज के समय में षड्यंत्र काम करते हैं, आज के युग में आप जब अच्छा कार्य करते है, उन्नति करते है तो संसार वाले आपकी उन्नति, प्रगति और भक्ति से ईष्र्या करने लगते है, लेकिन भगवान शिव की आराधना करने वाला भक्त कभी दुखी नहीं रहता। भगवान भोलेनाथ हर भक्त की सुनते हैं। भोले की भक्ति में शक्ति होती है। भगवान भोलेनाथ कभी भी किसी भी मनुष्य की जिंदगी का पासा पलट सकते हैं। बस भक्तों को भगवान भोलेनाथ पर विश्वास करना चाहिए और उनकी प्रतिदिन आराधना करनी चाहिए और इस युग में एक ही मंत्र महा मंत्र बना हुआ है। श्री शिवाय नमस्तुभ्यं और एक लोटा जल सभी समस्या का हल। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ कुबेरेश्वरधाम पर जारी तीन दिवसीय श्री शिव चर्चा के पहले दिन अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। शिव चर्चा के पहले दिन पंडित श्री मिश्रा ने पांच दिवसीय दीपावली के पर्व के साथ भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के बारे विस्तार से बताया, वहीं कार्तिक मास को दामोदर मास के नाम से भी जाना जाता है। इसका महत्व बताया। आपने कहा कि-सत्संग की कमाई कभी व्यर्थ नहीं जाएगी। सत्संग की पूंजी कभी समाप्त नहीं होगी। अपने जीवन को आनंद से जियो न कि किसी की बुराई करके।
पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि सत्यभामा पहले जन्म में ब्राह्मण की कन्या गुणवती थी, जिसकी विवाह अपने शिष्य चंद्र से कर दिया था। कालांतर में ब्राह्मण ने अपने दामाद चंद्र के साथ जंगल में गए हुए थे। वहां किसी राक्षस ने दोनों को मार दिया। सूचना मिलने पर गुणवती ने बहुत शोक किया। दरिद्रता के कारण घर का सामान बेचकर पिता पति का अंतिम संस्कार करना पड़ा। उसके बाद जीवन निर्वाह का साधन मिलने पर गुणवती ने स्वयं को ठाकुर जी के चरणों में समर्पित कर दिया। कार्तिक मास आने पर गुणवती ने नियमपूर्वक व्रत पूजन आरंभ किया। इस बीच गुणवती को कठिन ज्वर हो गया। स्वास्थ्य ठीक होने के बावजूद गुणवती ने पूजन-अर्चन नहीं छोड़ा और स्नान करते समय प्राण पखेरू उड़ गए। श्रीकृष्ण ने बताया कि इसी पुण्य के फल से सत्यभामा को सौभाग्य मिला है। तीन दिवसीय शिव चर्चा शुक्रवार को सुबह नौ बजे से रहेगी, वहीं शनिवार को दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित की जाएगी।
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