- 15 नवंबर को मनाई जाएगी विश्व प्रसिद्ध काशी की देव दीपावली, 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन करेगी योगी सरकार
- पहली बार होगा ड्रोन शो : दिखाया जाएगा काशी का प्राचीन वैभव, लखनऊ से आएगी टीम
बता दें, काशी की देव दीपावली 15 नवंबर को मनाई जाएगी। क्रैकर शो,लेज़र शो और संगीत की त्रिवेणी मंत्रमुग्ध करने के साथ ही अलौकिक, अकल्पनीय और अद्भुत दृश्य का दीदार कराएगी। लेजर शो पूर्णिमा की रात में आकाश को जीवंत रंगों और पैटर्न से रोशन करेगा, जो शहर के क्षितिज को सतरंगी बना देगा। मां गंगा के आंचल में आतिशबाजी का प्रतिबिंब देव दीपावली के माहौल को अविस्मरणीय बनाएगा। कार्यक्रमों की कड़ी में गंगा द्वार के सामने रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो होगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। यह कार्यक्रम रात करीब आठ बजे से होगा। इसमें 500 ड्रोन की मदद से काशी के प्राचीन वैभव और यहां हुए विकास की कहानी दिखाई जाएगी। इसके अलावा रेत पर पारंपरिक कलात्मकता को अत्याधुनिक तकनीक के साथ अमेरिका में विकसित अत्याधुनिक तकनीक के “फायर वन फायरिंग“ सिस्टम से लगभग 10 मिनट तक शिव भजन व संगीत पर काशी में पहली बार ग्रीन क्रैकर शो और लेज़र शो का अलौकिक दृश्य दिखाई देगा। काशी में आने वाले पर्यटक घाटों पर गंगा आरती के साथ ही गंगा पार रेत पर ग्रीन आतिशबाजी का आनंद ले सकेंगे।
पर्यावरण के अनुकूल होगी ग्रीन आतिशबाजी : गौतम
ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो करने वाली कंपनी एक्सिस कम्युनिकेशन के सीईओ मनोज गौतम ने बताया कि रेत पर लगभग 1.5 किमी के स्ट्रेच पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो होगा। भगवान शिव की महिमा पर आधारित “हर-हर शम्भू“,“शिव तांडव“आदि भजनों के 9 से 10 ट्रैक पर आतिशबाजी शो होगा। आतिशबाजी के दौरान आसमान में सतरंगी छटा बिखेरी जाएगी। आकाश में कई तरह के आकर्षक चित्र भी दिखाई देंगे। कंपनी के इंडिया हेड संजय प्रताप सिंह ने बताया कि क्रेकर शो में पटाखे लगभग 60 से 70 मीटर ऊंचाई तक जाते हैं ,जो काफी दूर से दिखाई देते है। क्रैकर शो, लेज़र शो के प्रदर्शन में उपयोग की जाने वाली ग्रीन आतिशबाजी पर्यावरण के अनुकूल होती है। पटाखों की आवाज 70 डेसीबल से कम होती है।
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