- जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आईसीडीएस की मासिक समीक्षा बैठक हुई आयोजित।
- मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में निम्न प्रदर्शन को लेकर कलुआही, झंझारपुर, लदनिया, घोघरडीहा, जयनगर, मधवापुर के सीडीपीओ से पूछा स्पष्टीकरण।
मधुबनी (रजनीश के झा)। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने प्रत्येक परियोजना में कम से कम दस आंगनबाड़ी केंद्रों को चिन्हित कर मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करने निर्देश दिया।इसको लेकर उन्होंने डीपीओ आइसीडीएस को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। डीएम ने निर्देश दिया कि अपने भवन में क्रियाशील सही शौचालय विहीन आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय के निर्माण करवाना सुनिश्चित करे। इसको लेकर भी डीएम ने डीपीओ आइसीडीएस को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्र क्रियाशील रहे,यह हर हाल में सुनिश्चित करे। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में निम्न प्रदर्शन को लेकर कलुआही, झंझारपुर, लदनिया, घोघरडीहा, जयनगर, मधवापुर के सीडीपीओ से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। उन्होंने डीपीओ आइसीडीएस को निर्देश दिया कि सभी सीडीपीओ के उनके ओवर आल प्रदर्शन के आधार पर प्रत्येक माह रैंकिंग करे। उन्होंने कहा कि लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले पर करवाई भी की जाएगी। वीएचएसएनडी सत्र में पंडौल एवं मधवापुर का प्रदर्शन निम्न पाए जाने पर जिलाधिकारी ने गहरा असंतोष व्ययक्त करते हुए प्रदर्शन में सुधार करने का निर्देश दिया। इसके पूर्व जिलधिकारी के द्वारा पिछले माह कि बैठक संबधित कार्यवाही के अनुपालन को लेकर समीक्षा कर कई आवश्यक निर्देश भी दिए गए। उन्होंने पोषण ट्रैकर के विभिन्न मानकों/ सूचकांक में शत प्रतिशत उपलब्धि के लिए निर्देश दिया। सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि अपने संबंधित प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आयोजित बीएलटीएफ की बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि डायरिया उन्मूलन में सभी सीडीपीओ महत्वपूर्ण भूमिक निभाये। डायरिया से बचाव को लेकर आंगनबाड़ी केन्द्रोके माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करे। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वच्छता विशेषकर हैंडवाश को लेकर जागरूकता अभियान चलाए। उन्होंने कहा कि सिर्फ अच्छी तरह से हैंडवाश करके हम कई बीमारियॉ से अपना बचाव कर सकते है। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पोषाहार का वितरण सही प्रकार करें और इससे संबंधित डेटा को तत्पर होकर पोर्टल पर अपलोड करें। यह कह देना मान्य नहीं होगा कि इंटरनेट नेटवर्क की कमी से समय से डेटा अपलोड नहीं हो पाया है। उन्होंने इसके लिए प्रखंड स्तर पर सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की बैठकों में उन्हें तकनीकी जानकारी के साथ साथ आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए जाने पर जोर दिया। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का समय से खुलना सुनिश्चित करें। जिलधिकारी ने निर्देश दिया कि कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर टैग किए गए बच्चों का प्रत्येक माह ऊंचाई और वजन लेकर पंजी में संधारित किया जाए। इसके लिए संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने अधीनस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से इसका अनुपालन सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में नल जल योजना सुचारू रूप से चल रही है, वहां नल का कनेक्शन अचूक रूप से करवाएं। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों पर शौचालय रहने और उसे क्रियाशील बनाए रखने के भी निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने पोषण ट्रेकर पर सभी संबंधित आंकड़ों को समय से अपलोड करने पर जोर देते हुए कहा कि सभी महिला पर्यवेक्षक भ्रमणशील रह कर आंगनवाड़ी केंद्रों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखें। उक्त बैठक में डीपीआरओ परिमल कुमार,डीपीओ आईसीडीएस,डीआईओ स्वास्थ्य, सहित जिले के सभी प्रखंडों की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आदि उपस्थित थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें