मेरा भी एक सपना है,
जिसे मुझे पूरा करना है,
पुलिस बन कर रक्षा करनी है,
अपने सपने को यूं पूरा करना है,
हर किसी से मैं लड़ जाउंगी,
सपना पूरा कर के दिखाऊंगी,
मैं खुद के सपने में रहती हूं,
न समझे कोई नादान मुझे,
थोड़ी सी समझ है मुझमें,
कर्म करुं या त्याग करूं,
समझ न आए, अब क्या करुं।।
पलक
जखेड़ा, उत्तराखंड
चरखा फीचर्स
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