प्रतिमा अनावरण:
कार्यक्रम की शुरुआत स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्र और स्वर्गीय विजय लक्ष्मी मिश्र की प्रतिमाओं के अनावरण से हुई। इस भावुक और प्रेरणादायक पल के दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने संस्थापक के योगदान को नमन किया। इस अवसर पर खेल मंत्री सुरेंद्र महतो, पूर्व डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, महापौर विभा कुमारी, डिप्टी मेयर पल्लवी गुप्ता, पूर्णिया के आयुक्त संजय दुबे और कई अन्य प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद थे।
स्टेडियम का उद्घाटन:
यह स्टेडियम न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस है, बल्कि यह क्षेत्रीय और राज्य स्तरीय टूर्नामेंट के आयोजन का केंद्र बनेगा। हरभजन सिंह ने इसे युवाओं के लिए खेल और प्रशिक्षण का एक आदर्श स्थल बताया। उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम न केवल खेल को प्रोत्साहन देगा, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने का जरिया बनेगा।क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल और सम्मान समारोह:
स्टेडियम में आयोजित रमेश चंद्र मिश्र मेमोरियल अंडर-17 टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला विद्या विहार आवासीय विद्यालय और परोरा हाई स्कूल के बीच खेला गया। विद्या विहार स्कूल की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 134 रनों का लक्ष्य खड़ा कर 4 रन से ऐतिहासिक जीत हासिल की। हरभजन सिंह ने विजेता,उपविजेता और सेमीफाइनलिस्ट टीमों को अपने हाथों से ट्रॉफी, मेडल और 60000 रुपया,40000 रूपया ,15000 रुपया का चेक प्रदान कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रेरणादायक संदेश:
कार्यक्रम का समापन प्रसिद्ध पार्श्वगायक साईराम एस अय्यर की मंत्रमुग्ध कर देने वाली सांस्कृतिक प्रस्तुति से हुआ। इसके अलावा, कोलकाता के जगलिंग कलाकार उत्तम दास ने अपने साथी के साथ फुटबॉल जगलिंग का प्रदर्शन कर सभी का मनोरंजन किया।
जीवनी विमोचन:
स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्र की जीवन यात्रा पर आधारित "जिंदगी खूबसूरत है" पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में शिक्षा और सामुदायिक सेवा में उनके अद्वितीय योगदान को दर्शाया गया है।
सम्मान समारोह:
कार्यक्रम में शिक्षा, खेल, और समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान निम्नलिखित व्यक्तियों और संस्थाओं को उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया:
- शिक्षा में उत्कृष्टता: श्री क्षितिज आनंद और श्रीमती वत्सला विक्रम
- सामाजिक कार्य में उत्कृष्टता: श्री आशीष रंजन
- परोपकार में उत्कृष्टता: डॉ देवी राम
- उद्यमिता में उत्कृष्टता: श्री दिलखुश कुमार
कार्यक्रम के दौरान हरभजन सिंह ने कहा, पूर्णिया आकर मुझे अपना बचपन याद आ गया। यह स्टेडियम न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारेगा बल्कि उनके भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगा। यह भारत के भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा। उन्होंने बच्चों से खेल के साथ पढ़ाई पर भी जोर देने का आग्रह किया और कहा कि आज के बच्चे ही भारत का भविष्य हैं। इन्हीं में से अगले महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह निकलेंगे। खेल मंत्री सुरेंद्र महतो ने कहा कि खेल के क्षेत्र में बिहार तेजी से प्रगति कर रहा है। ऐसे अत्याधुनिक स्टेडियम और खेल सुविधाएं न केवल राज्य को गर्व का अनुभव कराएंगी, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रोशन करेंगी।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में शामिल थे खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता
- पूर्व डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, पूर्णिया के आयुक्त संजय दुबे, महापौर विभा कुमारी,डिप्टी मेयर पल्लवी गुप्ता, वीवीआरएस के निदेशक आर के पॉल, प्रधानाचार्य निखिल रंजन, सचिव राजेश मिश्रा, चेयरमैन रतेश्वर मिश्रा, ट्रस्टी ब्रजेश मिश्रा,पीआरओ राहुल सांडिल्य,बिहारी टार्जन राजा यादव, उत्तम दास फुटबॉल ज़गलर, समाजसेवी प्रिया सिंह वत्स,डॉ पीसी झा, डॉ मुकेश, जवाहर ठाकुर और शहर के कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्व एवं विद्या विहार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस और ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स के सभी सदस्य
कार्यक्रम की अन्य मुख्य बातें:
1. ब्लड डोनेशन कैंप, समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए एक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया।
2. विद्या विहार क्रिकेट और फुटबॉल अकादमी का उद्घाटन, यह अकादमी खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों से प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
कार्यक्रम के अंत में विद्या विहार आवासीय विद्यालय के निदेशक रंजीत कुमार पॉल ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और आयोजकों का धन्यवाद करते हुए इसे स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्र की विरासत को समर्पित एक महत्वपूर्ण दिन बताया। कार्यक्रम का सफल मंचन आर जे विजेता चंदेल के द्वारा किया गया।
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