सीहोर : संपूर्ण सृष्टि को चलाने वाले भगवान शिव ने सत्यम शिवम सुंदरम का भाव दिया : पंडित राघव मिश्रा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 17 नवंबर 2024

सीहोर : संपूर्ण सृष्टि को चलाने वाले भगवान शिव ने सत्यम शिवम सुंदरम का भाव दिया : पंडित राघव मिश्रा

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सीहोर। संपूर्ण सृष्टि को चलाने वाले भगवान शिव ने सत्यम शिवम सुंदरम का अनुपम भाव दिया हैं। शिव नाम ही कल्याण का पर्याय है, आज देश और समाज को इसी सत्यम शिवम सुंदरम जैसा विचार और भाव चाहिए। भगवान शिव ने इस पृथ्वी पर ऐसे मानव समाज की कल्पना की हैं, जहां एक दूसरे के साथ सद्भाव, सहयोग और समन्वय बना रहे। पूरे विश्व को आज भगवान शिव की इसी कल्पना को मूर्त रूप देने की जरूरत हैं। समाज के विषाद को प्रसाद में बदलने की कथा है शिव पुराण। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी सात दिवसीय शिव महापुराण के विश्राम दिवस पर कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने कहे। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी सभी से सादगी के साथ भगवान शिव पर भरोसा रखकर एक लोटा जल, हर समस्या का हल का मंत्र दिया।

 

रविवार की सुबह पंडित राघव मिश्रा का धाम पर अनेक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने सम्मान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमें प्रभु शिव की भक्ति उनकी गाथाओं का श्रवण करना चाहिए ताकि हमारा मानस जन्म सुखमय बन सके। श्री शिव पुराण की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने मंच से एक से बढकऱ एक भजनों का बखान किया और श्रद्धालुओं को भोले की भक्ति में डूबो दिया। परिवार में सभी का तालमेल अवश्य होना चाहिए। सास-बहू एक दूसरे से प्रेम करे तभी घर स्वर्ग हो जाता है। चंचुला और बिंदुक की कथा को विस्तार से बताते हुए कहा कि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच भरोसा होना बेहद जरूरी है, यदि भरोसा नहीं होगा तो ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगा। शिव नाम में इतनी शक्ति है कि इसे जपने मात्र से ही मानव कल्याण और भवरोगों से छुटकारा मिल जाता है। शिव महापुराण का महत्व बताते हुए कहा कि इसका पाठ करने मात्र से भय से मुक्ति मिल जाती है। व्यक्ति को भोग और मोक्ष दोनों की ही प्राप्ति होती है। यदि आप अपने पापों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शिव पुराण का पाठ करें।

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