रविवार की सुबह पंडित राघव मिश्रा का धाम पर अनेक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने सम्मान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमें प्रभु शिव की भक्ति उनकी गाथाओं का श्रवण करना चाहिए ताकि हमारा मानस जन्म सुखमय बन सके। श्री शिव पुराण की कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है। कथा व्यास पंडित राघव मिश्रा ने मंच से एक से बढकऱ एक भजनों का बखान किया और श्रद्धालुओं को भोले की भक्ति में डूबो दिया। परिवार में सभी का तालमेल अवश्य होना चाहिए। सास-बहू एक दूसरे से प्रेम करे तभी घर स्वर्ग हो जाता है। चंचुला और बिंदुक की कथा को विस्तार से बताते हुए कहा कि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के बीच भरोसा होना बेहद जरूरी है, यदि भरोसा नहीं होगा तो ये रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगा। शिव नाम में इतनी शक्ति है कि इसे जपने मात्र से ही मानव कल्याण और भवरोगों से छुटकारा मिल जाता है। शिव महापुराण का महत्व बताते हुए कहा कि इसका पाठ करने मात्र से भय से मुक्ति मिल जाती है। व्यक्ति को भोग और मोक्ष दोनों की ही प्राप्ति होती है। यदि आप अपने पापों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो शिव पुराण का पाठ करें।
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