- 75 फीट का नमस्ते स्कल्पचर का देव दीपावली के दिन होगा उद्घाटन, जल, थल और नभ से जुड़ने वाला देश का यह पहला घाट होगा
- यहां हेलीकॉप्टर उतरने के साथ ही पर्यटक वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स और हेली टूरिज्म का भी ले सकेंगे लुत्फ
नमो घाट के पुनर्विकास में मेक इन इंडिया का विशेष ध्यान : कौशल राज शर्मा
मंडलायुक्त और स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष कौशल राज शर्मा ने बताया कि नमो घाट के पुनर्विकास में मेक इन इंडिया का विशेष ध्यान दिया गया है। इस घाट पर वोकल फॉर लोकल भी दिखेगा। भविष्य में लोग यहाँ वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स और हेली टूरिज्म का भी लुफ़्त ले सकेंगे। सेहतमंद रहने के लिए मॉर्निंग वाक, व्यायाम और योग कर सकेंगे। दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए माँ गंगा के चरणों तक रैंप बना है। ओपेन थियेटर,लाइब्रेरी ,लाउंज, बाथिंग कुंड, बनारसी खान-पान के लिए फ़ूड कोर्ट और मल्टीपर्पज़ प्लेटफार्म है। यहां हेलीकाप्टर उतरने के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन व क्राउड मैनेजमेंट में भी काम आ सकता है। जेटी से बोट द्वारा श्री काशी विश्वनाथ धाम और गंगा आरती देखने जा सकेंगे। गंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए सीएनजी से चलने वाली नाव के लिए देश का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन भी नमो घाट पर बना है। इसके अलावा अन्य गाड़ियों के लिए भी यहाँ अलग से सीएनजी स्टेशन है। नमो घाट से क्रूज़ के जरिए पास के अन्य शहरों का भ्रमण किया जा सकता है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि फेज वन में बने बड़े नमस्ते स्कल्पचर की ऊंचाई करीब 25 फ़ीट और छोटे की 15 फिट है, जबकि फेज टू में मेटल का बना नमस्ते स्कल्प्चर करीब 75 फ़ीट ऊँचा है। यह भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव में लगवाया गया है। इस नमो नमः स्कल्पचर की वजह से इसका नाम, “नमो घाट“ पड़ गया है। नमो घाट पर ख़ास कुंड बना है। घाट के किनारे हरियाली के लिए और मिट्टी का कटान न हो, इसके लिए पौधरोपण किया गया है। आस्था की डुबकी लगाने के लिए अन्य घाटों की तरह पक्का घाट बना है। यहाँ सीढ़ियों के साथ ही रैंप भी बनाया गया है। यहां बॉथिंग जेटी भी लगाई गई है। उन्होंनेबताया कि गेबियन और रेटेशन वाल से घाट तैयार किया गया है, जिससे ये बाढ़ में सुरक्षित रहेगा। ये देखने में पुराने घाटों की तरह ही है।नमो घाट तक गाड़ियां जा सकती है। घाट पर ही वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था है। नमो घाट का पुनर्निर्माण दो चरणों में हुआ है।
बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दिखेगी रोशनी का अद्भूत छटा
बाबा विश्वनाथ की विशेष पूजा की जाएगी। बाबा के दरबार को फूलों से सजाया जा रहा है। यहां लाइटिंग भी की जा रही है। इसके अलावा पूरे धाम में दीप जलाए जाएंगे। ललिता घाट गंगा द्वार को भी दीपों के माध्यम से आकर्षण तरीके से सजाया जा रहा है।
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