- 'संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने प्रस्तावना पढ़कर लिया संकल्प'
मधुबनी (रजनीश के झा)। हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभियक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में 26 नवंबर, 1949 ई0 को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते है। उपरोक्त संकल्प संविधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी ने समाहरणालय के पास बाबा साहब अम्बेडकर मूर्ति के पास आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों ,कर्मियों आदि को दिलाई। उक्त अवसर पर उन्होंने कहा कि यह पूरे देश की जनता का पर्व है। देश के हर नागरिक के लिए यह गर्व का दिन है। देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि हम लोग इस उत्सव को पूरे उत्साह एवं जोश के साथ मनाएं। देश के आजाद होने के बाद हर भारतीय नागरिक संविधान द्वारा उसे दिये गये मौलिक अधिकारों का आनंद लेते आ रहा है। लेकिन हमें इसके साथ-साथ देश के कानून का पालन करने और संविधान में दिये गये मौलिक कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहना चाहिए। इसके पूर्व जिलाधिकारी सहित उपस्थित सभी ने बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण भी किया।
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