पटना (रजनीश के झा)। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना एवं कृषि विज्ञान केंद्र, माधोपुर के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 26 नवंबर 2024 को पश्चिमी चंपारण के बेतिया जिले के माधोपुर में "फसल विविधीकरण द्वारा उत्पादन लाभप्रदता एवं जीविकोपार्जन में वृद्धि" विषय पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम में जिले के बैकुंठवा, रूलही, सेनुवरिया एवं दुबौलिया के लगभग 30 से अधिक किसानों ने भाग लिया | इस परियोजना के प्रधान अन्वेषक एवं फसल अनुसंधान प्रभाग के अध्यक्ष डॉ. संजीव कुमार ने किसानों को संबोधित करते हुए फसल विविधीकरण के महत्व एवं विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए इसे अपने पारंपरिक कृषि प्रणाली में शामिल करने के फायदे पर प्रकाश डाला | साथ ही, उन्होंने आंकड़ों द्वारा समेकित कृषि प्रणाली द्वारा उत्पादकता एवं आय में वृद्धि को दर्शाया | संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक कुमार ने फसल विविधीकरण द्वारा जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के शमन हेतु कृषिवानिकी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला | भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 27 नवंबर 2024 तक चलेगा | इस प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र, माधोपुर एवं राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के क्षेत्रीय स्टेशन माधोपुर के विशेषज्ञों द्वारा भी विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया जाएगा | इस कार्यक्रम को आयोजित करने में कृषि विज्ञान केंद्र, माधोपुर के वैज्ञानिक डॉ. अभिषेक प्रताप सिंह एवं डॉ. सौरभ दूबे का महत्वपूर्ण योगदान रहा |
बुधवार, 27 नवंबर 2024
पटना : फसल विविधीकरण पर दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम
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