- भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता : कथा व्यास पंडित राघवेंद्राचार्य महाराज
इस संबंध में जानकारी देते हुए पंडित जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि संगीतमय सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन समस्त गोंदन सरकार भक्त मंडल के तत्वाधान में किया जा रहा है। सोमवार को कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया है। कथा दोपहर एक बजे से आरंभ की जाती है। कथा व्यास पंडित राघवेंद्राचार्य महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा एक अमर कथा है। इसे सुनने से पापी भी पाप मुक्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वेदों का सार युगों-युगों से मानव जाति तक पहुंचाता रहा है। भागवत उसी सनातन ज्ञान की पयस्विनी है, जो वेदों से प्रवाहित होती चली आई है। इसलिए भागवत महापुराण को वेदों का सार कहा गया है। उन्होंने श्रीमद्भागवत का बखान किया। कहा कि सबसे पहले सुखदेव मुनि ने राजा परीक्षित को भागवत कथा सुनाई थी, उन्हें सात दिनों के अंदर तक्षक के दंश से मृत्यु का श्राप मिला था। श्रीमद्भागवत कथा अमृत पान करने से संपूर्ण पापों का नाश होता है। कथा के यजमान अशोक गोयल एवं श्रीमती मधु गोयल आदि ने आरती की।
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