- कुबेरेश्वरधाम पर उत्साह के साथ मनाया गया भगवान श्रीकृष्ण का विवाह उत्सव
- भागवत कथा सुनने से आध्यात्मिक विकास होता है और भगवान के प्रति भक्ति गहरी होती है : कथा व्यास पंडित शिवम मिश्रा
वही शुक्रवार को पंडित शिवम मिश्रा ने भगवान श्री कृष्ण की गोवर्धन लीला का वर्णन किया। गोवर्धन पूजा करने के साथ वहां भगवान श्री कृष्ण को छप्पन भोग लगाकर आरती भी की गई। इस अवसर पर श्रद्धालु मौजूद रहे और कथा श्रवण की। हमें कभी अहंकार नहीं करना चाहिए। इंद्र के अभियान को नष्ट करने के लिए ही भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन की पूजा-अर्चना कराई थी। मनुष्य जब अच्छे काम करता है तो पूरी सृष्टि की शक्ति उसका साथ देती है और उसे सफल बनाती है। छल और छलावा ज्यादा दिन नहीं चलता। इसे भगवान भी स्वीकार नहीं करते। भागवत कथा में जीवन का सार मौजूद है केवल आवश्यकता है कि सभी उसे ध्यान से सुनें। इससे मनुष्य को परमानंद की प्राप्ति होती है। भागवत कथा सुनना प्रेतयोनि से मुक्ति दिलाता और इससे मनुष्य के सभी क्लेश दूर होते हैं। कृष्ण की लीला थी कि इंद्र को भी मजबूर कर दिया, उनके ओर से अपनी लीला से जगत का ना सिर्फ पालन किया गया, बल्कि जगत को जीवन जीने की कला भी सिखाई और आज श्रीमद् भागवत में जीवन का सार सम्माहित है। वहीं भागवत को सुनने और समझने की आवश्यकता है, इससे जीवन में परेशानी और कठिनाई दूर हो जाती है। इंद्र के अभियान को नष्ट करने के लिए ही भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन की पूजा-अर्चना कराई थी।
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